चित्तरंजन रेल को बचाने के लिए आम लोगों को भी कसनी होगी कमर: मीनाक्षी मुखर्जी


प्रह्लाद प्रसाद, ज़िला रिपोर्टर पश्चिमी वर्धमान,पश्चिम बंगाल।

बेरोज़गारी और रेलवे की भूमिका विषय पर अपना मूल्यवान वक्तव्य रखते हुए कामरेड मीनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि आने वाले दिनों में चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए न सिर्फ यहां के सभी रेल यूनियन को एकजुट होना होगा अपितु यहां के सभी आम लोगों को भी अपनी कमर कसनी होगी। क्योंकि चित्तरंजन कारखाना बचेगा तभी इस पर आश्रित पब्लिक सेक्टर से जुड़े आम लोगों का भविष्य और अस्तित्व दोनों ही बचेगा।
अपने एक घंटे के बहुमूल्य, मार्मिक और अंतरतम को झकझोर देने वाले वक्तव्य के माध्यम से कामरेड मीनाक्षी मुखर्जी ने हाल में घटित संदेशखाली की शर्मनाक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर हम आज भी नहीं जागे तो कल आपकी बहू-बेटियां भी इसका शिकार हो सकती है। इसमें कहीं कोई किन्तु - परन्तु नहीं हो सकता।
मुखर्जी ने कहा, आज की तारीख में देश की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और शैक्षणिक व्यवस्था को और भी बुरी तरीके से रौंदा जा रहा हैं। 

कार्यक्रम की शुरुआत में एक तरफ जहां अंकिता चटर्जी व काकुली सेनगुप्ता ने भी अपने विचार रखे वहीं सीटू समर्थित चिरेका लेबर यूनियन के सचिव राजीव गुप्ता ने भी संबोधित किया। मंच संचालन चिरेका लेबर यूनियन के अध्यक्ष आर एस चौहान ने किया।

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