प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना (पीके3वाई) के तहत एक दिवसीय जन संवेदीकरण कार्यक्रम (किसान प्रशिक्षण शिविर) हरोली निर्वाचन क्षेत्र / विकास खंड - हरोली में "कौशल विकास प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित किया गया। आयोजन के शुरू होते ही माननीय उप मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार की धर्मपत्नी के आकस्मिक निधन पर उनकी आतमा की शांति के लिए सभी उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों व सभी की तरफ से एक मिनट का मौन रखा गया व मैडम सिमी अग्निहोत्री के हरोली विधान सभा क्षेत्र से अथाह प्रेम व विभिन्न रूपों से लोगों के साथ लगाव को भी याद किया गया । इस आयोजन में 200 से अधिक क्षेत्र के किसानों, वागबानों व पशुपालको ने भाग लिया। इस अवसर पर विनोद कुमार बिट्टू अध्यक्ष, खंड काँग्रेस समिति, हरोली बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। उन्होने हिमाचल सरकार दवाराआने वाले समय में किसानों के हित में चलाई जाने वाली योजनाओ को लोगों के समक्ष रखा व मुकेश अग्निहोत्री दवारा हर खेत को पानी पहुंचाने व कोई भी क्षेत्र में प्यासा न रहे के संकल्प को भी दोहराया व आने वाले समय में उप मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से इस विधानसभा क्षेत्र को और ऊंचाइयों तक पहुंचाने की बात कही । इस अवसर पर परियोजना निदेशक आतमा वीरेंदर कुमार बग्गा व अमित ठाकुर (गोग्गी) अध्यक्ष खंड किसान सलाहकार समिति - हरोली ने प्राकृतिक खेती के अंतर्गत किसानो को दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की आर्थिक सहायता जैसे देसी गाय की विभिन्न नस्लों, संसाधन भंडार, ड्रमों तथा गौमूत्र इकट्ठा करने के लिए फर्श के निर्माण इत्यादि के बारे में जानकारी दी तथा प्राकृतिक खेती में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न घटकों जैसे कि जीवामृत, बीजामृत, नीमास्त्र, अग्निअस्त्र के बारे में भी वताया । इस मौके पर उन्होने रसायनों से होने वाले नुकसान तथा प्राकृतिक खेती दवारा पैदा होने वाले उत्पादों के लाभ के बारे में बताया गया । प्राकृतिक खेती या जहरमुक्त खेती के नाम से भी जाना जाता है प्राकृतिक खेती के अंतर्गत देसी गाय की नस्लों जैसे साहीवाल, रेड सिंधी, थारपरकर, गीर, राठी, पहाड़ी इत्यादि पर 25000 रुपये की तथा 5000 रुपये यातायात की आर्थिक सहायता दी जाती है। विभिन्न घटक बनाने के लिए तथा गौमूत्र इकट्ठा करने के लिए किसानों को दिये जाने वाले ड्रमों पर 75 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। संसाधन भण्डार पर 10000 रुपये तथा गौमूत्र इकट्ठा करने पर फर्श बनाने के लिए 8000 रुपये का प्रावधान है। उन्होने रसायनों के इस्तेमाल से धरती, मानव, जल, जीव जन्तु तथा पेड़ पौधों इत्यादि पर होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में विस्तारपूर्वक बताया व श्री अमित ठाकुर (गोग्गी) अध्यक्ष खंड किसान सलाहकार समिति - हरोली ने अधिक से अधिक किसानों व वागबानों को प्राकृतिक खेती करने व जुडने का आह्वान किया। विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने संवन्धित विभाग दवारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी एक ही मंच से किसानों को दी जो की इस कार्यक्रम का उदेशय था। इस अवसर पर अमित ठाकुर (गोग्गी) अध्यक्ष खंड किसान सलाहकार समिति - हरोली, विक्रमजीत सिंह , अध्यक्ष हिमकापस / लॉ कॉलेज बढेड़ा, सुभद्रा प्रधान ग्राम पंचायत धर्मपुर तथा परमजीत कौर प्रधान ग्राम पंचायत पालकवाह, विजय कालिया हरोली, संदीप गोंदपुर उपस्थित रहे। आतमा, कृषि विभाग की तरफ से डॉ संतोष शर्मा उप परियोजना निदेशक आतमा, अंकुश कुमार खंड तकनीकी प्रबन्धक, दविंदर कौर सहायक तकनीकी प्रबन्धक, शिवांक जसवाल सहायक तकनीकी प्रबन्धक, कृषि विज्ञान केंद्र – ऊना से डॉ संजय शर्मा , डॉ दीपाली, वागबानी विभाग ऊना से डॉ कविता, पशु पालन विभाग ललहड़ी से डॉ मनोज शर्मा उपस्थित रहे। अंत में डॉ वीरेंदर कुमार बग्गा ने कार्यक्र्म के सफल आयोजन के लिए उपस्थित सभी अधिकारियों, गणमान्य ब्यक्तियों, किसानों, वागबानों व पशुपालकों का दिल की गहराइयों से धन्यबाद किया ।
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