अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऊना जिला के द्वारा पश्चिम बंगाल के संदेशखाली स्थान में हुई महिला अत्याचार की विभत्स घटना के विरोध में पिछले कल ममता बनर्जी सरकार का पुतला जलाने एक लिए पुलिस की तरफ से दर्ज किये गए मुकदमे के विरोध में उपायुक्त कार्यालय के बाहर जोरदार तरीके दे धरना प्रदर्शन किया गया।
अखिल भारतीय ऊना तहसील के तहसील तरुण ज़ैलदार ने बताया कि पिछले कल उपायुक्त कार्यालय के बाहर ममता सरकार का शाहजहाँ शेख को समर्थन देने के विरोध में ममता सरकार का पुतला दहन किया गया है व उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया जिसके बाद पुलिस ने कुछ देर के लिए हिरासत में लिया था व कुछ देर बाद छोड़ दिया गया।
परंतु रात को गुपचुप तरीके से राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया गया परंतु वहीं दूसरी तरफ कल जब कांग्रेस के लोगों द्वारा राजनीतिक दबाव के चलते पुतले फूंके तो कोई कार्यवाही नहीं की।
ABVP के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ऊना के DSP कांग्रेस के दबाब में काम कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि जल्द से जल्द परिषद के कार्यकर्ताओं पर झूठा मुकदमा वापिस लिया जाए व कांग्रेस के लोगों जिन्होंने पुतला जलाया है उनके उपर भी मुकदमे मामले दर्ज किया जाए नहीं तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद पूरे हिमाचल में उक्त DSP के पुतले फूंकेगी व बड़ा आंदोलन उक्त DSP के खिलाफ किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि ADC से बात के बाद ABVP के छात्रों को भेज दिया गया था परंतु राजनीतिक दबाव के चलते DSP ऐसे एकतरफा कार्यवाही कर रहे हैं जिसका नतीजा आने वाले समय में उन्हें भुगताना पड़ेगा।
ADC के कमरे में DSP भी मौजूद थे तब हमने अपनी गलती मानी माफ़ीनामा भी लिखित मे दिया मैंने खुद तीन बार सॉरी बोली थी और करण द्वारा भविष्य मे गलती ना दोहराने की बात कही गई थी। परंतु रातोंरात किस के दबाव में एफ़आइआर दर्ज हुई।
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