ऊना/अंकुश शर्मा:किसके इशारे पर माइनिंग रोकने के लिए लगाई चेक पोस्टों को रास्ते से हटाया गया। यह बात आज ऊना सदर के विधायक एवं पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने प्रेस वार्ता के दौरान पूछी। उन्होंने कहा कि आज ऊना के साथ लगती सवा नदी में खनन माफिया द्वारा 20 से 40 फुट के खड्डे खोद दिए गए है। और विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही अमल में नही लाई जा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जो सरकार खनन माफिया का रोना सरकार बनने से पहले पीट रही थी। अब प्रदेश में उनकी सरकार होने के बावजूद खनन पर क्यों नहीं रोक लगाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि ऊना विधानसभा क्षेत्र के अंदर भारतीय जनता पार्टी के समय से जो तीन पुलिस चेक पोस्ट संतोषगढ़ फतेहपुर और नांगड़ा में लगाए थे। उस पुलिस चेक पोस्ट को हटा दिया गया । वही मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक बयान दिया कि भारतीय जनता पार्टी ₹1500 हमें महिलाओं को नहीं देने दे रही है मैं उनसे यह पूछना चाहता हूं कि आपने पहली कैबिनेट मीटिंग में हिमाचल प्रदेश की महिलाओं को ₹1500 देने का वादा किया था। लेकिन 14 महीनों में आपकी कितनी कैबिनेट बैठके निकल गई । लेकिन आपको महिलाओं की याद नही आई लेकिन जैसे ही कोर्ट ऑफ कंडक्ट लगने वाला था। ओर आप लोगों ने घोषणा कर दी कि हम महिलाओं को ₹1500 देंगे।लेकिन मै और उनसे मैं यह पूछता हूं कि जो विधानसभा चुनाव से पहले आपने फॉर्म भरे थे वो कहा गए। वही उन्होंने कहा कि मंत्री विक्रमादित्य ने कहा भारतीय जनता पार्टी मंडी की कैंडिडेट मुंबई की है उन्हें वापस मुंबई जाना पड़ेगा।जानकारी के लिए बता दे कि कंगना राणावत हिमाचल से है और मनाली मंडी के अंदर उनका। अपना घर है। इसलिए उनको मुंबई जाने की जरूरत नही है। वही उन्होंने राज्यसभा में हुई क्रोस वोटिंग को लेकर कहा कि उन पूर्व विधायकों ने अपनी अंतरात्मा को ध्यान में रखते हुए राज्यसभा सांसद के खिलाफ वोट डाला था। और आज कांग्रेस कंगना राणावत को लेकर जो प्रश्न खड़ा कर रहे है। वो पहले हुमें यह बताए की आपके राज्यसभा प्रत्याशी किस राज्य से संबंध रखते थे । और आज वो कंगना राणावत के ऊपर प्रश्न खड़े कर रहे है। वही उन्होंने कहा कि मनु सिन्धनवी वही प्रतयाशी थे जिन्होंने राम मंदिर बनने के खिलाफ कोर्ट में केस लड़ा था। मैं बताना चाहता हु की कंगना राणावत हिमाचल प्रदेश के मण्डी जिला से है। राज्यसभा प्रतयाशी मनु सिंधवी किस राज्य से संबंध रखते थे कांग्रेस सरकार यह बताए। वही मंत्री विक्रमादित्य के व्यान पर पलटवार करते हुए सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि 14 महीने सरकार को बने हुए होगा लेकिन जब कोर्ट ऑफ कंडक्ट लगा तो इनको महिलाओं को 1500 रूपए देने की याद आ गई। वही सरकार बनने से पहले इन्होंने हिमाचल की जन्तानको गुमराह करते हुए हर घर महिला को1500 रुपए देने की बात कही थी। लेकिन बाद में न्यू फ्रॉम में नो कंडीशनस को लगाकर महिलाओं के फार्म भरे जा रहे है। जोकि साफ दिख रहा है कि यह प्रदेश की जनता को प्रलोभन के अलावा कुछ नही दे सकती। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा विधानसभा के बाद अब लोकसभा के अंदर इस मुद्दे के माध्यम से महिलाओं को प्रलोभन दे रहे हैं। और वोट एकत्रित करने की रणनीति बना रहे हैं जिसमें यह लोग सफल नहीं होंगे।
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