सुप्रभात🙏 🕉🙏जय श्री कनक बिहारी विहारिणी जू

सुविचार- संसार में "प्राणी" का "अभिमान" सबसे बड़ा "शुत्र" है! जिस के "हृदयस्थल" में "अभिमान" आ बसता है! उसकी "सद्गुण-स्वरूप-संपत्ति "नष्ट" हो जाती है! 
जगभानसिहं चौहान

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