प्रसाद ने इस मौके पर कहा कि आप सेवानिवृत्त होकर जहां भी रहें इस गुलाब की तरह खिले रहें। प्रसाद ने आगे कहा कि चित्तरंजन रेल नगरी के प्रतिबंधित एरिया बो-मारकेट में स्थित शिव मंदिर के पास पिछले सात-आठ साल से नशेड़ियों का आतंक छाया हुआ था। जिसकी वजह से इस मंदिर में महिलाओं का आना जाना बंद हो गया था। मंदिर कमेटी के लोगों द्वारा पत्रकार प्रहलाद प्रसाद उर्फ पारो शैवलिनी को इसकी जानकारी दी। पत्रकार प्रसाद सीधे चिरेका आईजी बीरेंद्र कुमार से मिले और उनके सहयोग से मात्र दो-तीन दिनों में ही नशेड़ियों के इस अड्डे को उखाड़ फेंका। इस मौके पर आईजी कुमार ने कहा कि आज आप जैसे ईमानदार और कर्मठ पत्रकार की देश को जरूरत है।
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