अखण्ड भारत दर्पण (ABD) न्यूज : प्लेन में सफर करते समय हम वो चीजें नहीं ले जा सकते हैं जिनकी अनुमति एयरलाइंस नहीं देता है। इस लिस्ट में थर्मामीटर का भी नाम शामिल है। प्लेन में जाते समय आप पारा (Mercury) वाला थर्मामीटर नहीं ले जा सकते हैं।
दरअसल पारा (Mercury) एल्युमीनियम का सबसे बड़ा दुश्मन है क्योंकि प्लेन का अधिकतर हिस्सा एल्युमीनियम का होता है। पारा की एक बूंद भी गिर गई तो प्लेन को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि प्लेन में थर्मामीटर से Mercury नीचे कैसे गिर सकता है? तो बता दें कि थर्मामीटर (Thermometer) के भीतर पारा (Mercury) को धरती के दवाब के मुताबिक कंप्रेस करके भरा जाता है। आसमान में दबाव काफी बढ़ जाता है जिस कारण थर्मामीटर के टूटने का खतरा भी बढ़ जाता है।
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