इसरो ने कहा कि इस बार प्रक्षेपण यान को अधिक कठिन परिस्थितियों में परीक्षण किया गया और सभी मानकों पर खरा उतरा। इसरो ने इस परीक्षण में लैंडिंग इंटरफेस और तेज गति में विमान की लैंडिंग की स्थितियों को देखा। इसरो ने इस परीक्षण के साथ आज की सबसे महत्वपूर्ण तकनीक में से एक को हासिल करने की ओर बड़ा कदम बढ़ा दिया है।
रविवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपनी रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक (प्रक्षेपण यान को पुनःप्रयोग करने की तकनीक) का तीसरी बार सफल परीक्षण किया। इसरो ने कहा कि इस बार प्रक्षेपण यान को अधिक कठिन परिस्थितियों में परीक्षण किया गया और सभी मानकों पर खरा उतरा। इसरो ने इस परीक्षण में लैंडिंग इंटरफेस और तेज गति में विमान की लैंडिंग की स्थितियों को देखा। इसरो ने इस परीक्षण के साथ आज की सबसे महत्वपूर्ण तकनीक में से एक को हासिल करने की ओर बड़ा कदम बढ़ा दिया है।
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