हरिद्वार। शनिवार को करीब डेढ़ घंटे की बारिश से शहर में कई स्थानों पर जलभराव हो गया। खड़खड़ी सूखी नदी रपटे पर पार्क की गई छह लग्जरी कारें पानी के तेज बहाव में बहकर गंगा में पहुंच गईं। हरकी पैड़ी के सामने से बहते हुए आगे निकल गईं। कांगड़ा घाट से लेकर डामकोठी से पहले तक पुलों के बीच कारें फंसी रहीं। बारिश थमने के बाद पुलिस ने कारों को निकलवाने की कार्रवाई शुरू की। यह कारें हरियाणा, दिल्ली से हरिद्वार घूमने आए श्रद्धालुओं की थीं। इसके अलावा ज्वालापुर के बाजारों सहित कई मोहल्लों में जलभराव होने से राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी।
सोमवार को सुबह से दोपहर ढाई बजे तक भीषण गर्मी रही। तीन बजे अचानक आसमान में बादल छाए और मौसम ने करवट बदल ली। पहले बूंदाबांदी और करीब 15 मिनट बाद झमाझम बरसात हुई। सूखी नदी खड़खड़ी में जंगलों से पानी बहकर आ गया, जिससे श्मशान घाट के पास नदी के रपटे पर खड़ी छह कारें बहकर गंगा में पहुंच गईं। यहां से पानी के साथ बहकर कारें हरकी पैड़ी के पास पहुंची। कारों को गंगा में बहता देख लोगों ने शोर मचाते हुए अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
कुछ गोताखोर गंगा में ही कार के ऊपर चढ़कर उससे छलांग लगाने लगे। एक कार कांगड़ा घाट के पास आकर फंस गई। दो कारें इससे पहले ही बीच में अटक गई, जबकि एक गाड़ी नाईसोता घाट के पास लोहे के पुल में फंस गई। दो गाड़ियां आगे बहकर डामकोठी से पहले पहुंच गई। दिल्ली, हरियाणा नंबर की इन गाड़ियों में कोई मौजूद नहीं था। पिछले साल भी इस रपटे से बहकर गाड़ी गंगा में आ गई थी। बारिश थमने के बाद पुलिस ने कारों को निकलवाने की कार्रवाई शुरू की।
बाजारों में जलभराव, दुकानों में घुसा पानी
आधे घंटे की झमाझम बरसात से बाजारों में भी पानी भर गया। रेलवे स्टेशन के पास भी मार्केट में पानी भरने से दुकानों में पानी घुस गया, जिससे व्यापारियों का सामान खराब हो गया। साथ ही ज्वालापुर के कटहरा बाजार, चौक बाजार के अलावा चौहानान मोहल्ला, पीठ बाजार आदि जगहों पर जलभराव हो गया।
0 Comments