मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में खोला भारत का खाता, 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में जीता ब्रॉन्ड मेडल
Manu Bhaker: निशानेबाज मनु भाकर ने रविवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का मेडल का खाता खोला। उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ऐतिहासिक ब्रॉन्ड मेडल जीता। वह ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई हैं। भारत ने 12 साल बाद निशानेबाजी में ओलंपिक मेडल हासिल किया है। रियो ओलंपिक 2016 और टोक्यो ओलंपिक से भारतीय निशानेबाज खाली हाथ लौटे थे।
दूसरी बार ओलंपिक में उतरीं 22 वर्षीय मनु आठ निशानेबाजों के फाइनल में 221.7 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। भारतीय निशानेबाज जब बाहर हुईं तो दक्षिण कोरिया की येजी किम से सिर्फ 0.1 अंक पीछे थीं। येजी (241.3 अंक) को सिल्वर मिला। उनकी हमवतन ये जिन ओह ने 243.2 अंक के फाइनल के ओलंपिक रिकॉर्ड स्कोर के गोल्ड पर कब्जा जमाया।
ऐसा करने वाली पांचवीं भारतीय
मनु ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पांचवीं भारतीय निशानेबाज हैं। भारत ने ओलंपिक में सबसे पहला मेडल 2004 में एथेंस ओलंपिक में जीता था। तब राजवर्धन सिंह राठौर ने डबल ट्रैप इवेंट में सिल्व हासिल किया था। अभिनव बिंद्रा ने 2008 में बीजिंग में 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड पर निशाना लगाया था। यह भारत के लिए किसी व्यक्तिगत खेल में पहला स्वर्ण था। विजय कुमार ने 2012 में लंदन में 25 मीटर पुरुष पिस्टल इवेंट में सिल्वर जीता था। गगन नारंग ने लंदन ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज अपने नाम किया था।
क्वॉलिफाइंग राउंड में ऐसा था प्रदर्शन
मनु ने क्वॉलिफाइंग राउंड में ने दमदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने अपनी छह श्रृंखलाओं में सटीक निशानेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 580 अंक प्राप्त किए। उनके 97, 97, 98, 96, 96 और 96 के स्कोर ने उन्हें लगातार शीर्ष पर बनाए रखा लेकिन वह आखिर में टॉप-3 में रहीं। बता दें कि मनु टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने से चूक गई थीं। वह टोक्यो में पिस्टल में खराबी के कारण फाइनल में एंट्री करने में विफल रही थीं। वह टोक्यो में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 12वें जबकि 25 मीटर पिस्टल इवेंट में 15वें स्थान पर रही थीं।
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