डी.पी.रावत।
22 जुलाई,निरमण्ड।
जब से ज़िला प्रशासन कुल्लू ने श्रीखण्ड महादेव यात्रा को ट्रस्ट बनाकर इसके आयोजन एवम संचालन की जिम्मेवारी ली;तब से ही इसके स्तर और स्वरूप में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
श्रीखण्ड महादेव यात्रा ट्रस्ट की अध्यक्षा एवम ज़िला उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस.रवीश (आई.ए.एस.) के दिशा निर्देशों,मार्गदर्शन,सहयोग और उपाध्यक्ष एवम उप मण्डल दण्ड अधिकारी निरमण्ड मनमोहन सिंह (एच.ए.एस.) के कुशल नेतृत्व और उचित योजना कार्यान्वयन के फलस्वरूप ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं व यात्रियों के सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए हैं।
यात्रा के सफ़ल संचालन के लिए प्रशासन द्वारा रेस्क्यू,मेडिकल, पुलिस,जनरल ऑपरेशन टीमों के समय पूर्व गठन,इनके उचित रहन सहन व्यवस्था,टीमों के मध्य कार्य संचालन के लिए समन्वय स्थापित करना,टीम द्वारा निर्देशों की अवहेलना पर उचित एवम त्वरित कार्रवाई,टीमों के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण प्रबन्ध किया गया।
सभी टीमों द्वारा दिन रात सेवा भाव,पूर्ण समर्पण,निष्ठापूर्वक प्रद्त कर्तव्य पालन सुनिश्चित कर श्रद्धालुओं व यात्रियों के निमित इस कठिनतम धार्मिक यात्रा को सुगम,सुलभ बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी ताकि देश भर की अन्य यात्राओं की तरह यात्रियों को सुखद अहसास और अनुभव हो।
सड़कों और पैदल रास्तों को दुरुस्त करने के बाद,ट्रस्ट के लिए चौबीसों घण्टे श्रद्धालुओं एवम यात्रियों के लिए पुलिस,मेडिकल,रेस्क्यू ऑपरेशन टीमें तैनात रखना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इसके अलावा दुर्गम क्षेत्र में यात्रियों के लिए खानपान-रहन सहन व्यवस्था व कानून व्यवस्था करना तथा निगरानी करना टेढ़ी खीर है।
इस यात्रा में तमाम उचित प्रबन्धन के कारण निरमण्ड में देव ढांक, अम्बिका माता मन्दिर,परशु राम कोठी,दशनामी जूना अखाड़ा, विशेश्वर महादेव मन्दिर सिरकोटी, भढारलू माटी सिंह मन्दिर कोट, शाना ऋषि बागा सराहन,चायल क्षेत्र में चैलासनी आदि मन्दिरों में श्रद्धालुओं व यात्रियों की संख्या इज़ाफा हुआ है। जो कि आगामी वर्षों में निरमण्ड क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को स्थापित करने और बढ़ावा देने के लिए एक शुभ संकेत के तौर पर देखा जा सकता है।
आने वाले कुछ वर्षों में इन देव स्थलों की आय में भी अप्रत्याशित वृद्धि होने की संभावना है।
यहां यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि हाल के कुछ वर्षों में श्री खण्ड महादेव यात्रा में सभी मानक स्तर की सुविधाओं एवम प्रबंधन की बदौलत निरमण्ड क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को पंख लग रहे हैं।
0 Comments