4 ठगों ने चिकन विक्रेता को बनाया शिकार, सम्मोहित कर ऐंठे लाखों रुपए
चैलचौक (योगिंद्र): सम्मोहन कला में कोई भी किसी को सम्मोहित कर कुछ भी करवा सकता है। ऐसा ही मामला मंडी जिला के उपमंडल गोहर की ग्राम पंचायत बासा में सामने आया है। बासा में चिकन सप्लाई करने वाले पूर्ण चंद की दुकान के सामने एक गाड़ी (यूपी 21बीसी-3472) रुकी, जिसमें 4 लोग बाबा के भेष में उतरे और चाय पिलाने के लिए कहने लगे। पूर्ण चंद ने होटल से चाय पीने के लिए कहा तो वे कहने लगे कि हमें आपके घर में चाय पीनी है।
माथे पर तिलक लगाते ही सम्मोहित हो गया पूर्ण चंद
पूर्ण चंद ने उन्हें साधु समझ कर उनका सम्मान किया लेकिन बाबा के भेष में ठगों ने उसके माथे पर तिलक लगाकर सम्मोहित कर दिया। इसके बाद जो कुछ ठग बोलते रहे पूर्ण चंद वैसे ही करता रहा। पूर्ण चंद उन्हें अपने घर ले गया और खाना खिलाया। इसके बाद उन्होंने कुछ पैसों की मांग की तो पूर्ण चंद ने 1100 रुपए देने चाहे, लेकिन उन्होंने 11 हजार रुपए की मांग कर दी। इसके बाद कुछ और पैसे की मांग की तो पूर्ण चंद ने 50 हजार और निकाल कर उन्हें दे दिए। बाबाओं ने कहा कि हमें और पैसे दो नहीं तो यहीं समाधि लगाकर बैठ जाएंगे, जिस पर पूर्ण चंद ने बीते वर्ष आपदा के कारण बेटी के क्षतिग्रस्त मकान को बनाने के लिए बैंक से निकाली 2 लाख की राशि में से कुछ रुपए कथित बाबाओं को दे दिए। इस तरह कथित बाबाओं ने पूर्ण चंद से 1.61 लाख रुपए ऐंठ लिए।
पुलिस ने नेरचौक से पकड़ा, वापस दिलवाए पैसे
ठग बाबाओं के जाने के बाद पूर्ण चंद को होश आया तो उसे 1.61 लाख रुपए ठगी होने का अहसास हुआ। उसने तुरंत पुलिस स्टेशन में जाकर आपबीती बताई और दुकान पर लगे सीसीटीवी से बाबाओं की गाड़ी का नंबर ट्रेस किया। इसके बाद पुलिस को नेरचौक में उक्त ठग बाबा गाड़ी सहित मिल गए। पुलिस उन्हें पकड़ कर ले पुलिस स्टेशन ले आई और पूर्ण चंद को 1 लाख 61 हजार वापस दिलवाए। थाना प्रभारी गोहर लाल सिंह ने आम लोगों से अपील की है कि किसी तरह के अनजान व्यक्तियों को घरों में न आने दें और न ही इन्हें कोई पैसा दें। उन्होंने बताया कि बाबा के भेष ठगी करने वालों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है जबकि उनका पूरा अता-पता पुलिस ने नोट कर लिया है।
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