क्या टाइट और अंडरवायर ब्रा पहनने से बढ़ जाता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा?

 

क्या टाइट और अंडरवायर ब्रा पहनने से बढ़ जाता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा?


अक्सर महिलाओं में ये सवाल देखने को मिलता है कि क्या टाइट, पैडेड और अंडरवायर ब्रा पहनने ब्रेस्ट कैंसर होता है? तो चलिए इसका जवाब डॉक्टर से जानते हैं

Breast Cancer Causes in hindi: हाल ही में टीवी एक्ट्रेस हिना खान ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए उन्हें ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) होने की बात बताई थी, जिसके बाद हर कोई हैरान था. हालांकि उन्होंने बताया था कि अब वो ठीक हैं और उनका इलाज चल रहा है. दरअसल में ब्रेस्ट कैंसर में ब्रेस्ट की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ये बाद में ट्यूमर का रूप ले लेती हैं.

स्तन कैंसर महिलाओं के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, और इससे जुड़ी कई मिथक और भ्रांतियां भी हैं। इनमें से एक धारणा यह है कि टाइट और अंडरवायर ब्रा पहनने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। आइए, इस धारणा के पीछे की सच्चाई को समझने के लिए हमने विशेषज्ञ डॉक्टरों से बात की।

मिथक और वास्तविकता

स्तन कैंसर के बारे में कई मिथक हैं, लेकिन उनमें से कोई भी वैज्ञानिक प्रमाणों पर आधारित नहीं हैं। यह धारणा कि टाइट और अंडरवायर ब्रा पहनने से स्तन कैंसर हो सकता है, असल में 1995 में आई एक किताब "ड्रेस्ड टू किल" के प्रकाशन के बाद लोकप्रिय हुई। इस किताब के लेखक सिडनी रॉस सिंगर और सोमा ग्रिसमेयर ने दावा किया कि टाइट ब्रा पहनने से लसीका प्रणाली बाधित हो जाती है, जिससे विषैले तत्व स्तनों में जमा होते हैं और कैंसर का कारण बनते हैं।

डॉक्टर क्या कहते हैं?

हमने इस धारणा पर टिप्पणी के लिए डॉ. राधिका शर्मा, एक अनुभवी ऑन्कोलॉजिस्ट से बात की। उनका कहना है, "यह धारणा पूरी तरह से गलत है और इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। टाइट या अंडरवायर ब्रा पहनने से स्तन कैंसर का खतरा नहीं बढ़ता।"

विभिन्न अध्ययनों और अनुसंधानों में भी इस मिथक का खंडन किया गया है। 2014 में अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि ब्रा पहनने की आदतों और स्तन कैंसर के बीच कोई संबंध नहीं है। इस अध्ययन में 1500 से अधिक महिलाओं का डेटा लिया गया था, जिनमें से आधी महिलाएं स्तन कैंसर से ग्रस्त थीं और आधी नहीं थीं। परिणामस्वरूप, यह साबित हुआ कि ब्रा पहनने का कैंसर से कोई संबंध नहीं है।

स्तन कैंसर के वास्तविक कारण

स्तन कैंसर के असली कारणों को समझना जरूरी है ताकि सही जानकारी लोगों तक पहुंच सके। डॉ. शर्मा बताते हैं, "स्तन कैंसर के वास्तविक कारणों में जनेटिक फैक्टर, हार्मोनल परिवर्तन, उम्र, और जीवनशैली संबंधित कारण शामिल हैं।"

जनेटिक फैक्टर में BRCA1 और BRCA2 जीन म्यूटेशन प्रमुख हैं, जो स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, जिन महिलाओं का परिवारिक इतिहास स्तन कैंसर का होता है, उनमें भी इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।

जीवनशैली और स्तन कैंसर

जीवनशैली भी स्तन कैंसर के खतरे को प्रभावित करती है। उच्च फैट वाली डाइट, अधिक शराब का सेवन, धूम्रपान, और शारीरिक गतिविधियों की कमी जैसे कारक इस जोखिम को बढ़ा सकते हैं। वजन बढ़ने और मोटापे से भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता है, खासकर पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में।

डॉ. शर्मा सलाह देती हैं, "स्वस्थ जीवनशैली अपनाना और नियमित शारीरिक गतिविधि करना स्तन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।"

नियमित जांच और जागरूकता

स्तन कैंसर की रोकथाम के लिए नियमित जांच और आत्म-जांच भी महत्वपूर्ण हैं। डॉ. शर्मा कहती हैं, "महिलाओं को महीने में एक बार आत्म-जांच करनी चाहिए और अगर कोई असामान्यता दिखाई दे,

 तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।"

मैमोग्राफी और अन्य स्क्रीनिंग टेस्ट भी समय-समय पर कराना चाहिए, विशेषकर उन महिलाओं को जिनका पारिवारिक इतिहास स्तन कैंसर का है।

निष्कर्ष

टाइट और अंडरवायर ब्रा पहनने से स्तन कैंसर का खतरा नहीं बढ़ता। यह मिथक पूरी तरह से आधारहीन है और इसके पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं। स्तन कैंसर के वास्तविक कारण जनेटिक, हार्मोनल, और जीवनशैली से संबंधित होते हैं। स्वस्थ जीवनशैली, नियमित जांच और जागरूकता स्तन कैंसर की रोकथाम के महत्वपूर्ण उपाय हैं।

महिलाओं को सही जानकारी और जागरूकता के माध्यम से इस गंभीर बीमारी से बचाव के उपाय 

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