हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने गुम दस्तावेजों को हासिल करने के लिए शुल्क बढ़ा दिया है। शिक्षा बोर्ड ने बढ़ाए गए रेटों की अधिसूचना जारी कर दी है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से शिक्षा ग्रहण करने वाले अभ्यर्थियों को अब अपने सर्टिफिकेट गुम करना काफी महंगा पड़ेगा। इन दस्तावेजों को हासिल करने के लिए अभ्यर्थियों को अब दो से तीन गुना तक फीस चुकानी पड़ेगी। शिक्षा बोर्ड ने बढ़ाए गए रेटों की अधिसूचना जारी कर दी है, जो 31 जुलाई के बाद लागू होगी। वहीं, तत्काल में प्रमाण पत्र लेने के लिए अभ्यर्थियों को यह शुल्क तीन गुना चुकाना होगा, उन्हें प्रमाण पत्र 24 घंटे में उपलब्ध होगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड में सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए यह दाम वर्ष 2009 में तय किए गए रेटों के आधार पर चल रहे थे, जिनमें अब करीब 16 साल बाद बोर्ड प्रबंधन ने बदलाव किया है
जानकारी के अनुसार, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड अधिनियम 1968 की धारा 19 (3) के तहत दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए अनुलिपि प्रमाण पत्र शुल्कों में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के चलते पहली बार अनुलिपि प्रमाण पत्रों को हासिल करने के लिए अब अभ्यर्थियों को पहले के मुकाबले दोगुना शुल्क चुकाना होगा, जबकि तत्काल में इन सर्टिफिकेटों को हासिल करने की एवज में अभ्यर्थी को तीन गुना राशि का भुगतान बोर्ड को करना होगा। वहीं, दूसरी ओर तत्काल अनुलिपि प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने वाले परीक्षार्थी को यह प्रमाण पत्र 24 घंटों के भीतर दस्ती या डाक के माध्यम से भेज दिया जाएगा। अगर किसी परीक्षार्थी को दस्ती तौर पर प्राप्त करना हो तो उसे अपना पहचान पत्र दिखाने पर ही उपलब्ध करवाया जाएगा।
अनुलिपि प्रमाणपत्र पहले अब सामान्य शुल्क तत्काल लेने पर शुल्क
अनुलिपि प्रमाण पत्र पहले का शुल्क अब सामान्य शुल्क तत्काल लेने पर शुल्क
पहली बार अनुलिपि प्रमाण पत्र 600 1200 1800
दूसरी बार अनुलिपि प्रमाण पत्र 1200 2400 3600
तीसरी बार अनुलिपि प्रमाण पत्र 2400 4800 7200
पहली बार फेल अनुलिपि प्रमाण पत्र 400 800 1200
दूसरी बार फेल अनुलिपि प्रमाण पत्र 600 1200 1800
पहली बार प्रवास प्रमाण पत्र 250 500 750
दूसरी बार प्रवास प्रमाण पत्र 500 1000 1500
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड अधिनियम के तहत दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए अनुलिपि प्रमाण पत्रों को हासिल करने के शुल्क में बढ़ोतरी की है। यह आदेश 31 जुलाई के बाद प्राप्त होने वाले आवेदनों पर लागू होंगे। यह दाम उन लोगों के लिए बढ़े हैं जो कि तत्काल में प्रमाणपत्र हासिल करना चाहते हैं। 2012 के बाद के सभी सर्टिफिकेट बोर्ड के डीजी लॉकर पर उपलब्ध हैं, जिन्हें हासिल करने के लिए अभ्यर्थियों को किसी प्रकार का शुल्क अदा नहीं करना पड़ता है- डॉ. मेजर विशाल शर्मा, सचिव, स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशालाNews source
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