Manali City Name Story: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मनाली शहर आता है. यहां लाहौल घाटी की सीमा को भी जोड़ता है. हर साल मनाली शहर में विदेशों से भी बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते
मनाली. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का मनाली शहर (Manali City) किसी पहचान का मोहताज नहीं है. देश और दुनिया में मनाली शहर को जाना जाता है. यहां पर हर साल लाखों की संख्या में देशी और विदेशी सैलानी आते हैं. देवभूमि कुल्लू के एक छोर पर बसा यह शहर बेहद खूबसूरत है. हालांकि, इस नगरी के नाम रखने के पीछे कहानी रोचक है. जिस ऋषि के नाम पर मनाली का नाम रखा गया था, उनका मंदिर भी ओल्ड मनाली में मौजूद है
कुल्लू प्रशासन की सरकारी वेबसाइट बताती है कि मनाली के बारे में एक दिलचस्प किंवदंती है. सरकारी वेबसाइट पर लिखा गया है कि ‘मनु संहिता’ के लेखक मनु खगोलीय नाव से पहली बार पृथ्वी पर आए और विशेष स्थान पर अपना निवास स्थापित किया थ. मनु के निवास स्थान ‘मनु-अलाया’ के बदले नाम के रूप में ही मनाली को जाना जाता है. मनु के लिए समर्पित मंदिर अब भी ओल्ड मनाली गांव में मौजूद है और यहां पर टूरिस्ट और श्रद्धालु आते हैं.
मनाली शहर में देखने लायक क्या है
मनाली शहर सैलानियों की पहली पसंद है. यहां पर शहर के साथ-साथ ब्यास नदी बहती है. वहीं, सर्दियों में बर्फबारी के चलते भी टूरिस्ट यहां पहुंचते हैं. मनाली का हडिम्बा मंदिर बेहद प्रसिद्ध है और माना जाता है कि अज्ञातवास में पांडव यहां आए थे. इसके अलावा, मनाली से 50 किमी दूर रोहतांग पास के टॉप से ब्यास नदी का उद्गम स्थल भी है. कहते हैं यहां पर ऋषि वेद ब्यास ने 12 साल तक कठिन तप किया था और फिर उन्हीं के नाम पर नदी का नाम रखा गया. इसके अलावा, मनाली के नग्गर में आर्ट गैलरी, अटल टनल सहित काफी जगहें हैं.
मनाली के पास सबसे नजदीकी भुंतर एयरपोर्ट है. यहां से दिल्ली के लिए उड़ानें हैं. हालांकि, मनाली से निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर में है. यह 160 किमी दूरी पर मंडी-पठानकोट रास्ते पर एक छोटी लाइन है. इसके अलावा, पंजाब के कीरतपुर में भी एक और रेलवे स्टेशन है जो 240 किलोमीटर दूर है. ऊना भी रेल आती है और दिल्ली से चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे के जरिये भी आप यहां पहुंच सकते हैं.
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