कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए उत्तराखंड के पांच जवान, कैबिनेट मंत्री ने जताया दुख

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Uttarakhand के समाचार: उत्तराखंड के कठुआ शहीद   जवान: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में मरने वाले पांच   सैनिकों की पहचान हुई है। पांचों युवा उत्तराखंड के हैं। युवा टिहरी से हैं।

इनके नाम सूबेदार आनंद सिंह कंडाखाल निवासी रुद्रप्रयाग, हवलदार कमल सिंह निवासी लैंसडाउन पौड़ी गढ़वाल, राइफलमैन अनुज नेगी निवासी रिखणीखाल पौड़ी गढ़वाल, राइफलमैन आदर्श नेगी निवासी कीर्तिनगर टिहरी गढ़वाल और नायक विनोद सिंह निवासी जाखणीधार टिहरी गढ़वाल हैं।

देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले पांचों जवानों की खबर घर पहुंच गई है। पांचों के घरों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। संवेदना जताने के लिए लोगों का आना-जाना लगा हुआ है। भारतीय सेना के पांचों वीर जवानों के पार्थिव शरीर कल तक घर पहुंचने की संभावना है।

3 भाई-बहनों में सबसे छोटे 

प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 वर्षीय आदर्श उत्तराखंड के टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। बताया जा रहा है कि आदर्श ने 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार से की थी। वर्ष 2019 में वह भारतीय सेना रेजिमेंट गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे।

उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी की डिग्री ली थी। आदर्श तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनकी बहन की शादी हो चुकी है और भाई चेन्नई में नौकरी करता है। वह इसी साल फरवरी में अपने चाचा के बेटे की शादी में घर आए थे। सोमवार देर रात उनके शहीद होने की खबर परिवार को दी गई। यह सूचना मिलने के बाद से उनके घर में मातम पसरा हुआ है।

माता-पिता का इकलौता बेटा

जाखणीधार ब्लॉक के चौंद-जसपुर निवासी विनोद सिंह (33) भी कठुआ में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। ग्राम प्रधान कीर्ति सिंह कुमाई ने बताया कि 10वीं गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट में तैनात वीर सिंह भंडारी और शशि देवी के बेटे विनोद कुमार सिंह ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए हैं। वर्तमान में उनका परिवार भानियावाल देहरादून में रहता है।

विनोद 2011 में सेना में भर्ती हुआ था। वह परिवार का इकलौता बेटा था। विनोद का 4 साल का बेटा और 4 महीने की बेटी है। वह डेढ़ महीने पहले ही घर आया था। विनोद के बलिदान की खबर गांव में पहुंचते ही कोहराम मच गया। ग्राम प्रधान ने बताया कि वह और गांव के अन्य लोग भानियावाला के लिए रवाना हो गए हैं। विनोद का पार्थिव शरीर कल आ सकता है।

शहीद आनंद सिंह रावत 6 महीने पहले छुट्टी पर अपने गांव आए थे। वह वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। आनंद सिंह रावत का परिवार फिलहाल देहरादून में रहता है। उनके बड़े भाई और मां गांव में ही रहते हैं।

आपको बता दें कि कल जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के जवानों पर आतंकी हमला हुआ था. 2 से 3 आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका. उन्होंने ड्राइवर को गोली मारी और फिर उसे घेरकर गोलियां बरसाईं. हमले में जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) समेत 5 जवान शहीद हो गए. 5 जवानों के घायल होने की भी खबर है.

घायल जवानों को पहले कठुआ के बिलावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें पठानकोट मिलिट्री अस्पताल रेफर कर दिया गया. उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आतंकी हमले पर दुख जताया.

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