किन्नौर के जवान की कश्मीर में ग्लेशियर के नीचे दबने से हुई थी मौत, नौ महीने बाद किया गया अंतिम संस्कार
Kinnaur News: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला (Kinnaur) के शहीद हवलदार रोहित नेगी (Martyr Havildar Rohit Negi) की पार्थिव देह नौ महीने के बाद उनके पैतृक गांव पहुंची। दरअसल, पिछले साल अक्टूबर महीने में उनकी ग्लेशियर में दबने से मौत (Death due to being buried in glacier) हो गई थी।
उधर, शहीद की पार्थिव देह पैतृक गांव तरांडा पहुंचने पर माहौल ग़मगीन हो गया। इस दौरान पूरा गांव रोहित नेगी अमर रहे के नारों से गूंज उठा। शहीद की अंतिम यात्रा (Funeral) में लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
चार दिन पहले ही मिला शहीद का शव
आपको बता दें कि रोहित नेगी डोगरा रेजिमेंट (Rohit Negi Dogra Regiment) में तैनात थे। पिछले साल अक्टूबर में रोहित नेगी कश्मीर में ड्यूटी पर थे। जहां वह ग्लेशियर में दब गए थे। उस समय एक और जवान काल का ग्रास बना था लेकिन उनका शव सेना द्वारा निकाल लिया गया था वहीं, ज्यादा बर्फ होने के चलते शहीद रोहित नेगी के शव का कोई पता नहीं चल पाया था।
अब चार दिन पहले ही रोहित का शव मिला है। जिसके बाद शहीद की पार्थिव देह को कारगिल लाया गया, वहां से सीधे चंडीगढ़ (Chandigadh) और फिर मंगलवार सुबह पैतृक गांव तरांडा पहुंचाया गया। इस मौके पर प्रशासन की तरफ से तहसीलदार (Tehsildar) भावानगर अरुण सहित पुलिस दल भी शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
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