हल्दी वाले दूध के फायदों (Benefits of turmeric milk) के बारे में हम सभी ने सूना है और बचपन से इस दूध का सेवन भी किया है। बरसात के मौसम में भी हल्दी वाला दूध पीने से आपको कई फायदे मिल सकते है। हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी-बायोटिक गुण होते है और दूध को कैल्शियम (Calcium) का अच्छा सोर्स माना जाता है। आपस में ये दोनों एक बहुत पावरफूल कॉम्बिनेशन बनाते है।
हल्दी के एंटीबैक्टिरियल गुण श्वसन पथ को संक्रमण से मुक्त रखने में मदद करते हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की मेडिकवर हॉस्पिटल नवी मुंबई के न्यूट्रिशन और डायबीटिक्स डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ राजेश्वरी पांडा से। वे बताती है कि हल्दी वेला दूध में कैल्शियम, आयरन, सोडियम, ऊर्जा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर होता है। इसे यदि आप बारिश के मौसम (Turmeric milk in monsoon) में पीते है तो आपको वायरल संक्रमण, सर्दी जुखाम खांसी से बचाया जा सकता है।
बरसात के मौसम में हल्दी वाला दूध पीने के फायदे (Benefits of turmeric milk in monsoon)V 1 इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाता है बारिश के मौसम में अक्सर तापमान और ह्यूमिडिटी में उतार-चढ़ाव के कारण संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हल्दी वाला दूध इम्यूनिटी (Immunity) को बढ़ाने के काफी अच्छा माना जाता है।
हल्दी में सक्रिय यौगिक करक्यूमिन में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरिल गुण होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। हल्दी वाले दूध का नियमित सेवन सर्दी, खांसी और फ्लू जैसे आम संक्रमणों से बचाने में मदद कर सकता है।
2 सर्दी-जुखाम, खांसी को दूर रखता है बारिश के मौसम में नमी बढ़ने से एलर्जी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस से संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
हल्दी के एंटीबैक्टिरियल गुण श्वसन पथ को संक्रमण से मुक्त रखने में मदद करते हैं। हल्दी वाले दूध की गर्माहट गले की खराश को शांत कर सकती है और कंजेशन को कम कर सकती है, जिससे यह श्वसन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
3 पाचन में सुधार करता है बारिश के मौसम में खाने में बदलाव और दूषित भोजन और पानी के संपर्क में आने की संभावना के कारण पाचन स्वास्थ्य में समस्या आ सकती है। हल्दी वाला दूध पित्त उत्पादन को उत्तेजित करके पाचन में सहायता करता है, जो वसा को पचाने के लिए आवश्यक है।
यह गैस और ब्लोटिंग को रोकने में भी मदद करता है और स्वस्थ गट बैक्टिरिया को बढ़ावा देता है, जिससे बारिश के मौसम में होने वाली पाचन समस्याओं का जोखिम कम होता है।
4 सूजन और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है बरसात के मौसममें कई लोगों को जोड़ो में दर्द की समस्या हो जाती है। बुजुर्ग लोगों में ये समस्या काफी अधिक होती है। बारिश के मौसम में नमी और ठंडा गठिया से पीड़ित लोगों में जोड़ों के दर्द और सूजन को बढ़ा सकता है।
टर्मरिक में सूजनरोधी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। करक्यूमिन सूजन को होने से रोकने में मदद करता है। हल्दी वाला गर्म दूध पीने से मांसपेशियों में दर्द और अकड़न से राहत मिल सकती है, जिसस ये मौनसून में गठिया या जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए काफी अच्छी ड्रिंक बन सकती है।
इस दूध में पित्त उत्पादन को उत्तेजित करके पाचन में सहायता करता है। चित्र- अडोबी स्टॉक हल्दी वाला दूध कैसे तैयार करें हल्दी का दूध बनाने के लिए आपको चाहिए दूध 1 कप हल्दी पाउडर 1 चम्मच अदरक पाउडर 1/2 चम्मच काली मिर्च 1/4 चम्मच स्वादानुसार शहद
ऐसे बनाएं हल्दी वाला दूध
एक कटोरे में मध्यम आंच पर दूध गरम करें। इसमें हल्दी पाउडर, अदरक पाउडर और काली मिर्च डालें। दूध को अच्छी तरह हिलाएं और हल्का उबाल लें। आंच कम करें और इसे कुछ मिनट तक उबलने दें। उबलने के बाद दूध को आंच से उतार कर ठंडा कर लें। आप चाहें तो इसमें शहद या स्वीटनर मिला सकते है। दूध को एक कप में डालें और गरमागरम पिएं।
0 Comments