हिमाचल में मानसून के कारण हुई 40 लोगों की मौत, 337 करोड़ का नुकसान; जानें कहां हुई सबसे ज्यादा मौतें
Himachal News: हिमाचल प्रदेश (Himachal News) में मानसून सीजन शुरू होने के बाद अब तक विभिन्न कारणों के चलते 40 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकांश मौतें दुर्घटनाओं में हुई हैं और पेड़ से गिरकर या फिर पहाड़ी से फिसलने के कारण लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
इसके अतिरिक्त सांप के काटने से 4 मौतें हुई। बिजली का करंट लगने से 5 लोग मारे गए। एक व्यक्ति बाढ़ में बहने से और एक अन्य किसी कारण के मारा गया। प्रदेश के तीन जिला कांगड़ा, मंडी व सिरमौर में सर्वाधिक मौतें हुई है। प्रदेश में हुई मौतों का आंकड़ा 27 जून से लेकर 20 जुलाई तक का एकत्र हुआ है।
चार विभागों को हुआ 337 करोड़ से भी अधिक का नुकसान
अभी तक प्रदेश सरकार के चार विभागों को हुए नुकसान का आंकड़ा आया है। कुल मिलाकर चार विभागों को 337.38 करोड़ का नुकसान हो चुका है। इसके अतिरिक्त अन्य विभागों ने वर्षा के कारण हुए नुकसान की जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई है।
दुर्घटना में 13, पेड़ से गिरने और पहाड़ी से फिसलकर मरने वाले 16 लोग थे और इसमें सांप के काटने से 4 तो 1 व्यक्ति की बाढ़ में बहकर और 1 की किसी अन्य कारण के मौत के आंकड़ों को एकत्र किया जाए तो अब तक कुल 40 लोग मारे जा चुके हैं। प्रदेश के जनजातीय लाहुल-स्पीति जिला में कोई मौत नहीं हुई है। सड़क दुर्घटनाओं में दो जिलों हमीरपुर व लाहुल-स्पीति को छोड़कर 45 लोगों की मौत हुई।
सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले प्रदेश के दो जिलों हमीरपुर व लाहुल-स्पीति को छोड़ दें तो अन्य दस जिलों में सड़क दुर्घटनाओं में 45 लोगों का जीवन चला गया। सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की सबसे अधिक संख्या कांगड़ा जिला में है।
किस विभाग को हुआ कितना नुकसान?
विभाग नुकसान
लोक निर्माण 114.60 करोड़
जल शक्ति 69.19 करोड़
कृषि 1.32 करोड़
बागवानी 152.27 करोड़
कुल 337.38 करोड़
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