Uttar Pradesh News: हाथरस में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी और एक लाख के इनामी देव प्रकाश मधुकर समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब इस मामले में भोले बाबा पर कार्रवाई की लगातार मांग हो रही है। बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बाद अब आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भोले बाबा की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठाए हैं।
वहीं अखिलेश यादव, राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेता भोले बाबा के खिलाफ बोलने से बचते नजर आ रहे हैं। जो इस समय राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, सोमवार को बिजनौर की नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बाबा पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि बाबा को यूपी के बाबा जी (सीएम योगी) का संरक्षण प्राप्त है। इसके साथ ही भोले बाबा की गिरफ्तारी के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘जब एफआईआर में नाम ही नहीं है तो गिरफ्तारी की मांग कैसे कर सकते हैं।’ हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी भोले बाबा पर कार्रवाई की मांग की थी। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि हाथरस कांड में दोषी बाबा भोले और अन्य लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मायावती ने की थी कार्रवाई की मांग
इसके साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने मांग की कि ऐसे अन्य बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई जरूरी है। इस मामले में सरकार को अपने राजनीतिक स्वार्थ में ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए ताकि भविष्य में लोगों को अपनी जान न गंवानी पड़े।
अखिलेश ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
लेकिन सपा सांसद अखिलेश यादव ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। अखिलेश ने कहा कि इस घटना में पूरी सरकार और प्रशासन की लापरवाही है। लापरवाही के कारण गई जानों के लिए सरकार जिम्मेदार है। सपा प्रमुख ने सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य प्रशासन हाथरस कांड में अपनी नाकामी छिपाने के लिए मामूली गिरफ्तारियां दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत की जिम्मेदारी से बचना चाहता है।
साथ ही सीएम योगी ने कहा कि जो भी जिम्मेदार होगा उसे सजा मिलेगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही भोले बाबा के खिलाफ एफआईआर न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया जिनके लिए अर्जी की अनुमति मांगी गई थी, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके बाद इसका दायरा और बढ़ जाता है। निश्चित तौर पर इस घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोग इसके दायरे में आएंगे।
वहीं आईजी आगरा शलभ माथुर ने भी कहा कि जरूरत पड़ने पर नारायण सरकार उर्फ भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी। बता दें, मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से मशहूर भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु जुटे थे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 121 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे।
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