मुख्यमंत्री ने ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संकल्प के साथ आगामी 20 जुलाई को आयोजित होने जा रहे वृक्षारोपण महाभियान के सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया
प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता में लेते हुए विगत 07 वर्षों में 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपित करने का कार्य किया : मुख्यमंत्री
आगामी 20 जुलाई को पूरा प्रदेश वृक्षारोपण के महाभियान से जुड़ने जा रहा,
इस बार प्रदेश सरकार का 36 करोड़ 50 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य
‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संदेश से जन-जन को जोड़ने की आवश्यकता
प्रधानमंत्री जी ने हर देशवासी को ’एक पेड़ माँ के नाम’ लगाने की प्रेरणा दी
उ0प्र0 का हर नागरिक प्रधानमंत्री जी के भाव से जुड़कर इस वर्ष के
’वन महोत्सव’ को अभूतपूर्व सफलता दिलाने में अपना योगदान करेगा
पूरे उत्साह और उमंग के साथ वृक्षारोपण करें और वृक्षारोपण को जनान्दोलन बनाएं
नदियों के किनारे, अमृत सरोवर के पास वृक्षारोपण
किया जाए, वृक्षारोपण नदियों को सदानीरा बनाएगा
पूर्वजों, महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों की स्मृति में वाटिका बनायी जाए
पौधा लगाना जितना महत्वपूर्ण, उतना ही उसका संरक्षण
आवश्यक, ऐसे में पौधारोपण के साथ ट्री-गार्ड भी लगाएं
वॉटर लेवल को ठीक रखने के लिए हमें जल संरक्षण का कार्य करना होगा,
हर गांव में खाद का गड्ढा तैयार करने का प्रयास किया जाए
हर किसी को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करना होगा
पर्यावरण संरक्षण हेतु 07 वर्षों में हुए प्रयासों के परिणामस्वरूप
उ0प्र0 को 200 करोड़ रु0 कार्बन क्रेडिट के रूप में मिलने वाला
लाभ अभियान में योगदान करने वाले 25,000 किसानों को मिलेगा
जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को अपनी-अपनी कार्ययोजना से अवगत कराया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संकल्प के साथ 20 जुलाई को आयोजित होने जा रहे वृक्षारोपण महाभियान के सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया। वृक्षारोपण महाभियान के प्रति जनान्दोलन का स्वरूप देने के उद्देश्य से ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, नगर निगमों के महापौर आदि जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री जी को अपनी-अपनी कार्ययोजना से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता में लेते हुए विगत 07 वर्षों में 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपित करने का कार्य किया है। यह जानकर आपको सुखद अनुभव होगा कि थर्ड पार्टी ऑडिट में इनमें से 75-80 प्रतिशत पौधों के सुरक्षित होने की पुष्टि हुई है। इस वर्ष की गर्मी, हीटवेव को लम्बे समय तक कोई भूल नहीं पाएगा। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए 20 जुलाई का अभियान अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हमारी धरती माता कंक्रीट के जंगलों से सुरक्षित नहीं रहेंगी, हमें उन्हें उनका मूल स्वरूप देना होगा।
आगामी 20 जुलाई को एक बार पूरा प्रदेश वृक्षारोपण के महाभियान से जुड़ने जा रहा है। इस बार प्रदेश सरकार का 36 करोड़ 50 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य है। यह बड़ा लक्ष्य है, इसमें आप सभी की सहभागिता जरूरी है। सभी को प्रयास करना होगा। पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संदेश से जन-जन को जोड़ने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वृक्षारोपण महाभियान को सफल बनाने के लिए जनजागरूकता पहली आवश्यकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हर देशवासी को ’एक पेड़ माँ के नाम’ लगाने की प्रेरणा दी है। उत्तर प्रदेश का हर नागरिक प्रधानमंत्री जी के भाव से जुड़कर इस वर्ष के ’वन महोत्सव’ को अभूतपूर्व सफलता दिलाने में अपना योगदान करेगा। न केवल पेड़ लगाना है, बल्कि उसकी सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है। वृक्षारोपण के लिए सभी विभागों/निकायों को लक्ष्य दिया जा चुका है। पूरे उत्साह और उमंग के साथ वृक्षारोपण करें और वृक्षारोपण को जनान्दोलन बनाएं।
प्रधानमंत्री आवास योजना/मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को सहजन का पौधा लगाने को दें। सड़कों के किनारे व डिवाइडर पर पौधे लगाए जा सकते हैं। नदियों के किनारे भी उपयुक्त स्थान पर पौधे लगाए जाने चाहिए। हमारी ऋषि परम्परा बताती है कि ‘नास्ति मूलं अनौषधं’ यानी कोई ऐसा मूल नहीं, जिससे कोई औषधि न बने। इसीलिए विविध प्रकार के पौधे लगाएं। कहीं छायादार वृक्ष हों, कहीं फलदार, तो कहीं इमारती लकड़ी वाले, तो कहीं औषधीय पौधे लगाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नदियों के किनारे, अमृत सरोवर के पास वृक्षारोपण किया जाए। वृक्षारोपण नदियों को सदानीरा बनाएगा। पीपल, पाकड़, जामुन, आम, नीम, बरगद, हरसिंगार, मौलश्री, चितवन, अर्जुन आदि के पौधे लगाएं। पाकड़ की तो टहनी भी लग जाती है। इसे निराश्रित गोआश्रय स्थल पर लगाया जा सकता है। पूर्वजों, महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों की स्मृति में वाटिका बनायी जाए।
पौधा लगाना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही उसका संरक्षण आवश्यक है। ऐसे में पौधारोपण के साथ ट्री-गार्ड भी लगाएं। यह सुनिश्चित करें कि किस पौधे की देखभाल कौन करेगा-कैसे करेगा। यह हम सभी के भविष्य के लिए है। हम सभी को पूरी गम्भीरता के साथ एकजुट होकर कार्य करना होगा। पौधरोपण करने के बाद सेल्फी लें और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मनरेगा के तहत वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करते हुए मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन योजना, मुख्यमंत्री फलोद्यान योजना और मुख्यमंत्री सामुदायिक वानिकी तथा वन विभाग की सामाजिक वानिकी योजना के रूप में किसान और पर्यावरण के हित में अत्यन्त उपयोगी प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना के अन्तर्गत मनरेगा का लाभार्थी यदि अपनी भूमि पर पौधे लगाकर उनका संरक्षण करता है, तो उसे वित्तीय प्रोत्साहन दिया जा रहा है। अपने क्षेत्र में इसका प्रचार-प्रसार करते हुए किसानों को लाभान्वित कराया जाए। इससे वृक्षारोपण भी होगा और किसानों की आय भी बढ़ेगी।
वॉटर लेवल को ठीक रखने के लिए हमें जल संरक्षण का कार्य करना होगा। हर गांव में खाद का गड्ढा तैयार करने का भी प्रयास किया जाए। सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग से हम सभी को परहेज करना होगा। यह सभी के लिए आवश्यक है। हर किसी को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए बीते 07 वर्षों में हुए प्रयासों का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश को 200 करोड़ रुपये कार्बन क्रेडिट के रूप में मिलने वाले हैं। इसका लाभ उन 25,000 किसानों को मिलेगा, जिन्होंने इस अभियान में योगदान किया है। बहुत शीघ्र किसानों को आमंत्रित कर उनका सम्मान किया जाएगा। ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, नगर निगमों के महापौर अपने सदस्यों/पार्षदों के साथ बैठक कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर लें। कहां पौधारोपण होना है, कौन सा पौधा लगाना है, सब तय कर लें।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी कार्ययोजना से अवगत कराया। गाजियाबाद की महापौर सुश्री सुनीता दयाल ने कहा कि हर वर्ष इस अभियान में सहभागिता की गई है। अपने क्षेत्र में 06 जंगल मियावाकी के बनाए गए हैं। इस बार बड़े और फलदार पौधे लगाए जाएंगे। कच्ची बस्तियों के आसपास भी छोटे-छोटे वन विकसित करने की योजना बनायी गई है। इसके अलावा, कार्बन उत्सर्जन कम करने को लेकर भी कार्य किए जा रहे हैं।
नगर पालिका परिषद, मीरजापुर के अध्यक्ष श्री श्याम सुंदर केसरी ने कहा कि 31,000 से अधिक पौधे लगाने की तैयारी है। माँ विन्ध्यवासिनी धाम के आसपास भी वृक्षारोपण किया जाएगा। इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग मिल रहा है। मुरादाबाद की जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री शेफाली सिंह चौहान ने कहा कि पिछले वर्ष 22 लाख 85 हजार पौधे लगाए गए थे, जिसमें से 85 प्रतिशत पौधे अभी तक सुरक्षित हैं। इस बार भी सभी 746 गांवों में वृक्षारोपण किया जाएगा।
बिरधा, ललितपुर के ब्लॉक प्रमुख श्री मोहित ने कहा कि 83 गांवों में वृहद वृक्षारोपण होगा। इसके लिए 409 स्थान चिन्हित किए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना/मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को सहजन का पौधा भी दे रहे हैं। एक स्थान पर 02 एकड़ में मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण करने की योजना है।
कोयला, रामपुर के ग्राम प्रधान श्री भूकन लाल लोधी ने कहा कि 2,030 पौधे मंगवा लिए हैं। गड्ढे खोदकर कम्पोस्ट खाद डाल दी गई है। 20 तारीख को सघन अभियान चलाया जाएगा। ट्री गार्ड भी बनवाए गए हैं। मनरेगा के माध्यम से फेंसिंग और पौधों के लिए पानी की व्यवस्था कराई गई है।
सर्वांगपुर, गोण्डा के ग्राम प्रधान श्री उमापति त्रिपाठी ने कहा कि इस बार 5,000 पौधे लगाएं जाएंगे। लोगों को पौधा उपलब्ध करा दिया गया है। इसे लोग अपने परिसर में लगाएंगे और सुरक्षित भी रखेंगे। गाँव में सभी ने मिलकर संकल्प लिया है कि जब भी किसी के घर बेटी का जन्म होगा, तो वह परिवार एक पौधा जरूर लगाएगा।
जिला संवाददाता मयंक शेखर मिश्रा✍️
अखंड भारत दर्पण न्यूज़ प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश✍️
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