ओलंपिक इतिहास में सिर्फ एक बार हुआ ऐसा, जब एक ही इवेंट में दो लोगों को मिल गया गोल्ड

 ओलंपिक के इतिहास में एक बार ऐसा भी हुआ है जब दो खिलाड़ियों को एक ही इवेंट के लिए गोल्ड मेडल दिया गया था। ये दोनों खिलाड़ी अलग-अलग देश के थे। यह एक ऐतिहासिक पल था।


ओलंपिक 2024 का आयोजन इस बार फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया जा रहा है। ओलंपिक में इस बार दस हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। वहीं कुल 204 देश ओंलपिक में भाग लेने के लिए तैयार हैं। ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से हो रही है। ओलंपिक का इतिहास काफी पुराना रहा है। इसकी शुरुआत 1896 में हुई थी। ओलंपिक खेलों के इतिहास में कई एथलीटों ने अपने देश का नाम रौशन किया है। हर एथलीट की नजरें इस दौरान गोल्ड मेडल पर होती है। इसी बीच क्या आप जानते हैं कि इतने साल के इतिहास में सिर्फ एक बार ऐसा हुआ है जब एक इवेंट में दो खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल दिया गया था। आइए उस खास पल के बारे में जानते हैं जब ओलंपिक में इतिहास रचा गया था।


एक इवेंट... दो गोल्ड

खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में एक बार ऐसा हो चुका है जब दो खिलाड़ियों को एक ही इवेंट के लिए गोल्ड मेडल दिया गया था। यह किस्सा टोक्यो ओलंपिक 2020 का है। जह हाई जंप इवेंट में कतर के एथलीट मुताज एसा बार्शिम और इटली के जियानमार्को ताम्बेरी के बीच मुकाबला काफी टक्कर का था। दोनों एथलीट राउंड दर राउंड के बाद भी एक दूसरे से आगे नहीं निकल पा रहे थे। दोनों का स्कोर बराबर पर ही रह रहा था।

क्या दोनों जीत सकते हैं गोल्ड?

दोनों खिलाड़ियों का स्कोर बार-बार एक जैसा होने के कारण एक अधिकारी ने उन्हें बताया कि अगला कदम जंप-ऑफ है, ताकि देखा जा सके कि कौन दूसरे से अधिक समय तक टिक सकता है। लेकिन तब ही इस खेल के वर्ल्ड चैंपियन बार्शिम ने अधिकारी से पूछा कि क्या हम दोनों गोल्ड मेडल जीत सकते हैं? बार्शिम ने इस सवाल का जवाब देते हुए अधिकारी ने जवाब दिया कि हां, यह संभव है। इतना सुनते ही दोनों एथलीट खुशी से झूम उठे। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने पोडियम पर जीत हासिल करने के बाद एक-दूसरे से हाथ मिलाया और गले मिले। अधिकारी से बात करने से पहले ही दोनों गले मिले और टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए एक-दूसरे को बधाई दी।

किसी को नहीं मिला सिल्वर मेडल

गोल्ड मेडल दो एथलीटों के बीच साझा होने के कारण, मेंस हाई चंप इवेंट में सिल्वर मेडल किसी को नहीं मिला। कांस्य पदक बेलारूस के मक्सिम नेदासेकौ को मिला, जिन्होंने 2.37 मीटर की छलांग लगाकर बार्शिम और ताम्बेरी की अंतिम छलांग की बराबरी की थी, लेकिन उनका कुल स्कोर कम रहा क्योंकि वे शुरुआती दौर में कुछ छलांग चूक गए थे। आपको बता दें कि हाई चंप के खिलाड़ियों को प्रत्येक ऊंचाई को पार करने के लिए तीन प्रयास मिलते हैं।News source

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