अखण्ड भारत दर्पण (ABD) न्यूज पश्चिम बंगाल (प्रहलाद प्रसाद उर्फ पारो शैवलिनी की खास रिपोर्ट) : चित्तरंजन रेलवे का एक अतिसुरक्षित एरिया है। मगर, इसकी सरकारी जमीन पर चालीस से भी अधिक मंदिर बने हुए हैं,जो पूरी तरह से अवैध है। इन सभी मंदिरों में बिजली बत्ती से लेकर पानी आदि की सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
मज़े की बात तो यह है कि इन अवैध मंदिरों को तोड़ने की हिम्मत चिरेका प्रशासन भी नहीं जुटा पा रही है। चिरेका प्रशासन की जमीन पर अतिक्रमण के नाम पर बसे केवल उन लोगों का आशियाना उजाड़ा जा रहा है जो गरीब और निरीह है।
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