अखण्ड भारत दर्पण (ABD) न्यूज झारखंड (प्रहलाद प्रसाद उर्फ पारो शैवलिनी की खास रिपोर्ट) : जनजाति पूर संथाल परगना की एक जाति है जो अपने स्थापना काल से ही अपने समुचित मान,सम्मान और विकास के लिए छटपटाहट रही है। परन्तु,इसे कोई सच्चा रहनुमा नहीं मिल रहा है। उक्त बातें गुरुवार की देर शाम डॉक्टर राजकिशोर हांसदा जो इस मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं,ने कही। जामताडा के भाग्यवान होटल में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता बीएन सोरेन ने की। अपने अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने कहा कि अगर जन जाति को अपनी सुरक्षा चाहिए,अपना मान-सम्मान चाहिए तो पहले हमें अपनी ताकत दिखानी होगी। बीएन सोरेन ने कहा,हमें राज्य और केन्द्र दोनों को अपनी ताकत का एहसास करा होगा। बैठक में जामताडा समेत कुछ पंचायत के मुखिया व सरपंच मौके पर उपस्थित थे।
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