PCOD में ये देसी नुस्खा हैं फायदेमंद, समय पर आने लगता है पीरियड, दर्द-सूजन से मिलता है आराम, जानें कैसे करें इस्तेमाल?

 PCOD में देसी नुस्खों से राहत: जानें कैसे प्राकृतिक तरीके से समय पर आने लगेगा पीरियड और मिलेगी दर्द-सूजन से राहत


आज की बदलती जीवनशैली और खराब खानपान की वजह से महिलाओं को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इनमें से एक आम समस्या है पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD)। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाओं के पीरियड अनियमित हो जाते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। इस समस्या के कारण महिलाओं को अनियमित पीरियड्स, बांझपन, मूड स्विंग, मुंहासे, मोटापा और हार्मोनल इम्बैलेंस जैसी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ देसी नुस्खे अपनाकर आप इस समस्या से राहत पा सकती हैं?

PCOD और इसकी समस्याएं

PCOD/PCOS एक हार्मोनल विकार है, जिसमें महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। इस असंतुलन के कारण अंडाशय में कई छोटी-छोटी सिस्ट बन जाती हैं, जो अंडाणु के विकास और रिलीज में बाधा डालती हैं। इसका परिणाम यह होता है कि महिलाओं को अनियमित पीरियड्स, बांझपन, अत्यधिक बालों का बढ़ना (हर्सुटिज्म), मुंहासे, मोटापा, और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

इसके उपचार के लिए कई महिलाएं हार्मोनल गोलियों का सहारा लेती हैं, जो उनके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। इन दवाओं के सेवन से वजन बढ़ना, मूड स्विंग, अनिद्रा, और अवसाद जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए, आजकल कई महिलाएं प्राकृतिक उपचारों की ओर रुख कर रही हैं, जो शरीर के लिए सुरक्षित और प्रभावी होते हैं।

प्राकृतिक उपचार: देसी नुस्खे

प्राकृतिक उपचारों में देसी नुस्खे खास स्थान रखते हैं, जो वजन बढ़ाने, मूड स्विंग और अन्य समस्याओं का कारण नहीं बनते। ये नुस्खे न केवल आपके हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं, बल्कि आपके पीरियड्स को समय पर लाने और दर्द-सूजन से राहत देने में भी कारगर साबित होते हैं।

1. मेथी के बीज

मेथी के बीज फाइटोएस्ट्रोजेन और आइसोफ्लेवोन्स से भरपूर होते हैं, जो हार्मोनल इम्बैलेंस को ठीक करने में मदद करते हैं। ये एस्ट्रोजन के स्तर को नियंत्रित करके एंडोमेट्रियम (गर्भाशय की आंतरिक परत) को मजबूत बनाते हैं, जिससे पीरियड्स के दौरान रक्त प्रवाह बेहतर होता है। साथ ही, मेथी के बीज शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं, जिससे पीसीओएस के लक्षणों में सुधार होता है।

2. तिल के बीज

तिल के बीज जिंक से भरपूर होते हैं, जो प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। तिल के बीज शरीर में कफ को कम करके पीरियड्स को नियमित करते हैं और हार्मोनल संतुलन बनाए रखते हैं। तिल के बीज प्रकृति में गर्म होते हैं, जो ठंडे कफ को कम करके रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं और पीरियड्स के दर्द से राहत दिलाते हैं।

3. हल्दी और गुड़

हल्दी और गुड़ का मिश्रण पीसीओडी की समस्याओं में बहुत फायदेमंद होता है। हल्दी कफ को कम करके ब्लॉक चैनल को साफ करती है और शरीर में सूजन को कम करती है। वहीं, गुड़ वजन नियंत्रित करने में मदद करता है और पीरियड्स के दौरान रक्त की कमी को पूरा करता है। हल्दी और गुड़ का सेवन हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है।

देसी नुस्खे का इस्तेमाल कैसे करें?

इन देसी नुस्खों का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। बस आपको सही तरीके से इन्हें तैयार करके सेवन करना होगा। यहाँ एक सरल नुस्खा दिया जा रहा है:

सामग्री:

  • 1 गिलास पानी
  • 1 चम्मच मेथी के बीज
  • 1 चम्मच तिल के बीज
  • 1 छोटा टुकड़ा गुड़ (लगभग 5 ग्राम)
  • 1 चम्मच हल्दी

विधि:

  1. एक पैन में 1 गिलास पानी लें।
  2. इसमें 1 चम्मच मेथी के बीज, 1 चम्मच तिल के बीज, 1 छोटा टुकड़ा गुड़, और 1 चम्मच हल्दी डालें।
  3. इस मिश्रण को मध्यम आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें।
  4. उबालने के बाद इसे छान लें और जब यह गर्म हो, तो इसे पिएं।

अतिरिक्त सुझाव:

अगर आपका वजन अधिक है, तो आप इस मिश्रण में आधा नींबू का रस भी मिला सकते हैं। नींबू का रस वजन घटाने में मदद करता है और शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।

कब और कैसे करें सेवन?

इस देसी नुस्खे का सेवन आपके पीरियड्स की स्थिति के अनुसार करना चाहिए:

  1. यदि पीरियड्स में 3 महीने या उससे अधिक की देरी हो रही है: इस चाय को 12 सप्ताह तक रोजाना सुबह पिएं। नियमित सेवन से आपके पीरियड्स समय पर आने लगेंगे।

  2. यदि पीरियड्स में 1-2 महीने की देरी हो रही है: इसे अपने पीरियड्स आने से 2 सप्ताह पहले से लेना शुरू करें, जब तक कि आपके पीरियड्स न आ जाएं। यह आपके पीरियड्स को नियमित करेगा।

  3. यदि पीरियड्स में 15-25 दिन की देरी हो रही है: इसे अपने पीरियड्स आने से एक सप्ताह पहले से लेना शुरू करें, जब तक कि आपके पीरियड्स न आ जाएं। इससे आपके पीरियड्स समय पर आ सकते हैं और दर्द में भी राहत मिल सकती है।

पीसीओडी जैसी समस्याओं का सामना

पीसीओडी जैसी समस्याओं का सामना करना आसान नहीं होता, लेकिन सही देखभाल और देसी नुस्खों के उपयोग से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। मेथी, तिल, हल्दी और गुड़ जैसे प्राकृतिक तत्व हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं और पीरियड्स को नियमित करने में सहायक होते हैं। इन देसी नुस्खों का सही तरीके से और नियमित सेवन करके आप पीसीओडी की समस्याओं से छुटकारा पा सकती हैं और स्वस्थ जीवन जी सकती हैं। प्राकृतिक उपचारों का यह तरीका न केवल सुरक्षित है, बल्कि आपके शरीर के लिए लाभकारी भी है।

Post a Comment

0 Comments

Close Menu