अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में घातक हथियारों, वारशिप्स, एयरक्राफ्ट और फाइटर जेट्स की तैनाती की
Middle East Conflict: भारी तनाव के बीच अमेरिका मिडिल ईस्ट में एक एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुप, एक लड़ाकू स्क्वाड्रन और युद्धपोतों का समूह भेज रहा है, जिसका मकसद इजराइल को एक अभेद्य किला बनाना है।
ऐसी आशंका है, कि इस हफ्ते की शुरुआत में तेहरान में एक वरिष्ठ हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान, इजराइल के खिलाफ जवाबी हमला कर सकता है। यह गाजा युद्ध के शुरुआती दिनों के बाद से क्षेत्र में अमेरिकी सेना का शायद सबसे बड़ा हथियारों की तैनाती है, जब पेंटागन ने क्षेत्रीय आतंकवादी समूहों को लड़ाई का विस्तार न करने की बहुत ही सार्वजनिक चेतावनी देते हुए मध्य पूर्व की ओर दो कैरियर स्ट्राइक ग्रुप भेजे थे।
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के स्ट्रैटजिक कम्युनिकेशन कॉर्डिनेटर जॉन किर्बी ने कहा है, कि “हमने ईरान के सुप्रीम लीडर को स्पष्ट रूप से सुना है, कि वह तेहरान में हमास नेता की इस हत्या का बदला लेने का इरादा रखते हैं, और वे इजराइल पर एक और हमला करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, कि “हम यह नहीं चाहते, कि हम भी संभावित रूप से उस तरह के हमले के शिकार हों, इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा, कि हमारे पास क्षेत्र में सही संसाधन और क्षमताएं हों।”
अमेरिकी सेना की मिडिल ईस्ट में तैनाती
पेंटागन की डिप्टी प्रेस सचिव सबरीना सिंह के एक बयान के मुताबिक, शुक्रवार को रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने यूएसएस अब्राहम लिंकन स्ट्राइक ग्रुप को यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप की जगह लेने का आदेश दिया है, जो वर्तमान में ओमान की खाड़ी में काम कर रहा है।
इसके अलावा, बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा में सक्षम विध्वंसक और क्रूजर भी मध्य पूर्व और भूमध्य सागर में भेजे जाएंगे। हालांकि बयान में यह नहीं बताया गया है, कि कौन से युद्धपोत भेजे गए हैं, लेकिन पूर्वी भूमध्य सागर में दो अमेरिकी विध्वंसक ने अप्रैल में इजरायल के खिलाफ ईरानी गए हमलों को रोकने में भाग लिया है।
सबरीना सिंह ने कहा, कि लॉयड ऑस्टिन ने क्षेत्र में एक लड़ाकू स्क्वाड्रन की तैनाती का भी आदेश दिया है।
अमेरिका के पास पहले से ही इस क्षेत्र में यूएसएस वास्प हमला जहाज मौजूद है, जो 24वीं मरीन एक्सपेडिशनरी यूनिट के साथ काम करता है, जो अगर आदेश दिया जाए, लेबनान में अमेरिकी नागरिकों को निकालने में सक्षम है।
सबरीना सिंह ने बयान में कहा, कि “संयुक्त राज्य अमेरिका की वैश्विक रक्षा गतिशील है और रक्षा विभाग राष्ट्रीय सुरक्षा के उभरते खतरों का सामना करने के लिए कम समय में (हथियारों की) तैनाती करने की क्षमता रखता है।”
क्या ईरान इजराइल पर हमला करेगा?
ईरान ने तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया की हत्या के लिए इजरायल पर हमला करने की कसम खाई है। हलांकि, इजरायल ने हत्या पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है, कि प्रत्याशित ईरानी हमला आने वाले दिनों में हो सकता है, और अमेरिका इस क्षेत्र पर बारीकी से नजर रख रहा है, कि ईरानी हमला किस तरह का हो सकता है?
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है, कि यह हमला अप्रैल में ईरान द्वारा इजरायल के खिलाफ लॉन्च किए गए बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन के हमले जैसा हो सकता है, लेकिन यह क्षेत्र में ईरानी प्रॉक्सी के साथ कॉर्डिनेटेड रूप से बड़ा और ज्यादा खतरनाक भी हो सकता है।
हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने संकेत दिया है, कि इजरायल पर कॉर्डिनेटेड हमला हो सकता है, क्योंकि इजरायल ने इस्माइल हानिया की हत्या से 24 घंटे से भी कम समय पहले बेरूत में ईरान समर्थित समूह के हिज्बुल्लाह के शीर्ष कमांडरों में से एक की हत्या कर दी थी।
गुरुवार को एक भाषण में उन्होंने कहा, “क्योंकि उन्होंने सभी के साथ लड़ाई शुरू कर दी है, इसलिए उन्हें नहीं पता, कि प्रतिक्रिया कहां से आएगी… प्रतिक्रिया अलग-अलग या एक साथ आएगी।”
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