-MS DhonSwapnili: फाइनल में पहुंचने के बाद स्वप्निल कुसाले ने खोला बड़ा राज, बताया किसको मानते हैं आदर्श

 Swapnil-MS Dhoni: फाइनल में पहुंचने के बाद स्वप्निल कुसाले ने खोला बड़ा राज, बताया किसको मानते हैं आदर्श



,महाराष्ट्र के कोल्हापुर के कंबलवाड़ी गांव के रहने वाले 29 वर्ष के कुसाले 2012 से अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेल रहे हैं लेकिन ओलंपिक पदार्पण के लिए उन्हें 12 साल इंतजार करना पड़ा। 

भारत के स्टार निशानेबाज स्वप्निल कुशाले ने बुधवार को पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन के फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 590 का स्कोर बनाया और सातवें स्थान पर रहे। इस मुकाबले के बाद स्वप्निल ने बताया कि वह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं और किसी में परिस्थिति में खुद को शांत रखने की प्रेरणा उन्हीं से मिली है।

स्वप्निल अब कल पदक के लिए दांव लगाते दिखेंगे। उनका फाइनल मुकाबला गुरुवार दोपहर एक बजे से खेला जाएगा। इस स्पर्धा में तीन पोजिशन में शूटर्स को निशाना लगाना होता है। इनमें नीलिंग यानी झुककर/बैठकर, लेट कर और खड़े होकर निशाना लगाना होता है। 

महाराष्ट्र के कोल्हापुर के कंबलवाड़ी गांव के रहने वाले 29 वर्ष के कुसाले 2012 से अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में खेल रहे हैं लेकिन ओलंपिक पदार्पण के लिए उन्हें 12 साल इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने खुद को शांत रखने के लिए धोनी की कहानी पर बनी फिल्म कई बार देखी।

,कुसाले ने बताया कि वह भी धोनी की तरह टिकट कलेक्टर हैं। उन्होंने कहा, "मैं निशानेबाजी में किसी खास खिलाड़ी से मार्गदर्शन नहीं लेता, लेकिन अन्य खेलों में धोनी मेरे पसंदीदा हैं। मेरे खेल में भी शांतचित्त रहने की जरूरत है और वह भी मैदान पर हमेशा शांत रहते थे। वह भी कभी टीसी थे और मैं भी हूं।"

कुसाले 2015 से मध्य रेलवे में काम करते हैं। उनके पिता और भाई जिला स्कूल में शिक्षक हैं और मां गांव की सरपंच हैं। उन्होंने अपने प्रदर्शन पर कहा , "अभी तक अनुभव बहुत अच्छा रहा है। मुझे निशानेबाजी पसंद है और मुझे खुशी है कि इतने लंबे समय से कर पा रहा हूं। मनु भाकर को देखकर आत्मविश्वास आया है। वह जीत सकती है तो हम भी जीत सकते हैं।"

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