Bangladesh: बांग्लादेशी संविधान में अंतरिम सरकार की व्यवस्था नहीं, फिर भी आज शपथ; संवैधानिक संकट में अब क्या?
Bangladesh Interim Government Challenges: बांग्लादेश में शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे कैबिनेट भंग हो गई। वहीं राजनीतिक दलों की मांग के चलते राष्ट्रपति ने संसद को भी भंग कर दिया। फिलहाल, देश पर शासन करने के लिए आवश्यक संवैधानिक ढांचा मौजूद नहीं है।
बांग्लादेश में पिछले कुछ हफ्ते से जारी आरक्षण आंदोलन के चलते शेख हसीना को प्रधानमंत्री का पद छोड़ना पड़ा। हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद सोमवार को शेख हसीना ने अपने इस्तीफे की घोषणा की। यह एलान सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने टेलीविजन पर किया। इस्तीफे के साथ ही शेख हसीना ने देश छोड़ दिया। पूर्व प्रधानमंत्री फिलहाल भारत में रुकी हुई हैं। सेना प्रमुख ने शेख हसीना के इस्तीफे की जानकारी देते हुए घोषणा की थी कि अंतरिम सरकार बनाई जाएगी। आंदोलन चलाने वाले छात्र नेताओं की मांग के अनुसार मंगलवार को नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को अस्थायी सरकार की कमान सौंपी गई है।
राजनीतिक अस्थिरता के बीच, अंतरिम सरकार के कार्यवाहक के तौर पर नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस आज शपथ ग्रहण करेंगे। बांग्लादेश सेना के प्रमुख वकर-उज-जमान ने मुहम्मद यूनुस के शपथ ग्रहण की जानकारी दी है। यह कोई पूर्णकालिक सरकार नहीं है, बल्कि अस्थायी तौर पर काम करेगी। हालांकि, इस अंतरिम सरकार को लेकर अभी कई संवैधानिक सवाल भी खड़े होने लगे हैं। पहले ऐसी सरकार चलाने के लिए संविधान में संशोधन करना पड़ गया था।
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