इंटरनेट के दुष्परिणाम – प्रेमी के साथ मिलकर मां ने की अपनी चार साल की बेटी की हत्या
हिमाचल प्रदेश: इंटरनेट के युग में जहां सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों ने लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वहीं इसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। शाहपुर तहसील के नौशहरा गांव में हाल ही में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। इंटरनेट मीडिया के जरिए शुरू हुआ एक प्रेम संबंध, मासूम बच्ची की हत्या में बदल गया।
इंटरनेट पर प्यार, फिर हत्या की साजिश
शाहपुर की एक 30 वर्षीय विवाहित महिला अनीता कुमारी की पहले इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ठियोग के एक व्यक्ति सोनू से दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। यह प्रेम कहानी इतनी खतरनाक मोड़ पर पहुंची कि अनीता ने अपनी चार साल की बेटी को अपनी ही जिंदगी से हटा देने की ठान ली।
26 जुलाई को अनीता ने अपनी चार वर्षीय बेटी के साथ घर से भागने का फैसला किया और ठियोग में अपने प्रेमी सोनू के पास पहुंच गई। यहां पहुंचकर उन्होंने एक क्रूर योजना बनाई, जो उनकी ही मासूम बेटी की मौत का कारण बन गई।
मां और प्रेमी ने किया जघन्य अपराध
अनीता और सोनू के बीच जो प्यार पनपा था, वह एक बर्बरता में बदल गया। अनीता ने अपनी बेटी को अपने प्रेमी से मिलाने के बाद, बच्ची को अपने रास्ते का रोड़ा मान लिया। इसके बाद अनीता ने पहले अपनी बेटी का गला घोंटकर उसे अधमरा कर दिया। जब वह बच्ची अधमरी हालत में थी, तब सोनू ने उसकी हत्या कर दी। इस भयानक अपराध को अंजाम देने के बाद, दोनों ने बच्ची के शव को ठियोग के एक सुनसान जगह पर दफना दिया। इसके बाद दोनों जीरकपुर चले गए।
पुलिस की सक्रियता से खुला मामला
27 जुलाई को अनीता की सास ने शाहपुर थाने में अपनी बहू और पोती के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो यह घटना सामने आई। पुलिस ने विभिन्न स्रोतों और तकनीकी साधनों का इस्तेमाल करके अनीता और सोनू का पता लगाया और 7 अगस्त को उन्हें जीरकपुर से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में, अनीता और सोनू ने हत्या की पूरी कहानी बयां की। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सोनू को उसके परिवार ने पहले ही बेदखल कर दिया था और उसके खिलाफ अपहरण समेत कई अन्य आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
मासूम की हत्या ने समाज को झकझोर दिया
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लोग इस बात से सदमे में हैं कि एक मां कैसे इतनी क्रूर हो सकती है। अनीता की बेटी की हत्या ने समाज के हर तबके को हिलाकर रख दिया है। पुलिस ने बच्ची के शव को ठियोग से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज टांडा भेज दिया है, जहां शव का पंचनामा किया गया।
पारिवारिक और सामाजिक तनाव ने बढ़ाई घटनाएं
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में बढ़ते पारिवारिक तनाव, सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव और नैतिक मूल्यों के पतन की ओर ध्यान आकर्षित किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सामाजिक जागरूकता की कमी, पारिवारिक समर्पण और प्रेम की परिभाषा के बदलते मायने भी जिम्मेदार हैं।
न्याय और सजा की मांग
मासूम बच्ची की हत्या के बाद लोग अब अनीता और सोनू के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और न्यायालय में पेश किया है, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। यह घटना एक तरफ जहां इंटरनेट के जरिए पनपते संबंधों की खतरनाक हकीकत को उजागर करती है, वहीं दूसरी ओर यह भी दिखाती है कि कैसे कुछ लोग अपनी ही संतान के जीवन को दांव पर लगाने से भी नहीं चूकते। इस जघन्य अपराध ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है और लोगों के मन में गहरी चोट पहुंचाई है।
अब देखना यह होगा कि इस मामले में न्यायालय क्या निर्णय लेता है और समाज इस तरह की घटनाओं से कैसे निपटने के लिए तैयार होता है। हालांकि, यह निश्चित है कि इस घटना ने समाज को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है, और इसे रोकने के लिए हमें क्या कदम उठाने चाहिए।
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