कसौली में पकड़े गए फर्जी आयकर अधिकारी ने चंडीगढ़ में खोल रखा था ऑफिस, जांच में हो सकते हैं बड़े खुलासे
कसौली: एक नाटकीय गिरफ्तारी
कसौली में हाल ही में पकड़े गए एक फर्जी आयकर अधिकारी के मामले ने हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में हड़कंप मचा दिया है। यह खुलासा हुआ है कि इस फर्जी अधिकारी ने न केवल कसौली में बल्कि चंडीगढ़ में भी अपना कार्यालय खोल रखा था, जहां से वह बड़े पैमाने पर ठगी करता था। पुलिस की जांच में अब तक कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।
फर्जी आयकर अधिकारी की ठगी का जाल
यह मामला तब सामने आया जब गिवरेनी इनोवेक्स कंपनी इंडिया के अध्यक्ष अमन मेहता और कश्मीरी लाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों के लेटर हेड और जाली हस्ताक्षरों का उपयोग करके उनकी कंपनी से लाखों रुपये की ठगी की गई। पुलिस जांच में पाया गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से इस प्रकार के कोई भी पत्र उक्त कंपनी को जारी नहीं किए गए थे। इस जालसाजी में कसौली निवासी जितेंद्र कुमार चंदेल का नाम सामने आया, जिसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
चंडीगढ़ में फर्जी ऑफिस और सरकारी अधिकारियों को धमकाना
एसपी सोलन गौरव सिंह के अनुसार, फर्जी आयकर अधिकारी जितेंद्र कुमार चंदेल ने चंडीगढ़ में अपना कार्यालय स्थापित किया था। यहां से वह कंपनी मालिकों को निशाना बनाता था और विभिन्न सरकारी अधिकारियों से धमकाकर काम करवाता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि उसने कई सरकारी अधिकारियों से कंपनियों के दस्तावेजों और अन्य कार्यों को निकलवाने के लिए अपने पद की धौंस दिखाकर काम करवाया।
इनोवेक्स कंपनी से एक करोड़ रुपये की ठगी
फर्जी आयकर अधिकारी जितेंद्र कुमार चंदेल ने इनोवेक्स कंपनी से लगभग एक करोड़ रुपये की ठगी की थी। कंपनी के अध्यक्ष ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि चंदेल ने प्रधानमंत्री कार्यालय के फर्जी पत्रों का इस्तेमाल करके कंपनी प्रबंधन को धोखा दिया।
जांच की प्रगति और संभावित खुलासे
मामले की जांच अभी भी जारी है और एसपी गौरव सिंह ने कहा है कि कई और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। चंदेल के खिलाफ ठगी, जालसाजी और सरकारी अधिकारियों को धमकाने के आरोपों में जांच की जा रही है। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जी अधिकारी ने और कितनी कंपनियों और व्यक्तियों को अपना निशाना बनाया है।
फर्जी आयकर अधिकारी का तरीका
जांच के अनुसार, जितेंद्र कुमार चंदेल अपने आप को आयकर अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करता था। वह विभिन्न कंपनियों और व्यापारियों के पास जाकर खुद को एक उच्च सरकारी अधिकारी के रूप में प्रस्तुत करता और उनसे पैसे ऐंठता था। इसके अलावा, वह सरकारी अधिकारियों से भी अपने पद का भय दिखाकर काम करवाता था। चंदेल के पास कई फर्जी दस्तावेज और लेटर हेड थे, जिनका उपयोग वह अपनी ठगी में करता था।
फर्जी कार्यालय का खुलासा
चंडीगढ़ में चंदेल के फर्जी कार्यालय का खुलासा भी पुलिस की जांच के दौरान हुआ। यहां से उसने कई कंपनियों और सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाया था। पुलिस अब उस कार्यालय से जुड़े सभी दस्तावेजों और अन्य सबूतों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने और कितने लोगों को ठगा है।
आगे की कार्रवाई
जितेंद्र कुमार चंदेल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कई अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है जो इस ठगी के जाल में शामिल हो सकते हैं। पुलिस अब उन सभी लोगों से पूछताछ कर रही है जो चंदेल के साथ जुड़े हुए थे। इसके अलावा, पुलिस ने उन सभी कंपनियों और व्यक्तियों को सतर्क किया है जो चंदेल के निशाने पर हो सकते हैं।
मामला एक गंभीर चेतावनी
कसौली में पकड़े गए फर्जी आयकर अधिकारी जितेंद्र कुमार चंदेल का मामला एक गंभीर चेतावनी है कि किस तरह से फर्जीवाड़ा करने वाले लोग समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश करते हैं। इस मामले ने साबित किया है कि सतर्कता और जागरूकता के साथ ही पुलिस और प्रशासनिक तंत्र की तत्परता भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि इस मामले की जांच के बाद और भी बड़े खुलासे होंगे और ऐसे फर्जीवाड़ा करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी।
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