पाकिस्तान के पंजाब में डाकुओं का आतंक: रॉकेट हमले में 11 पुलिसकर्मियों की मौत, कई घायल

पाकिस्तान के  पंजाब में डाकुओं का आतंक: रॉकेट हमले में 11 पुलिसकर्मियों की मौत, कई घायल

रहीम यार खान में कच्चे रास्ते पर पुलिस वाहन फंसे, डकैतों ने किया हमला

Pakistan News   पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरुवार को एक भयानक घटना घटी, जिसमें डाकुओं ने पुलिस पर हमला कर 11 पुलिसकर्मियों की जान ले ली। यह दुखद घटना रहीम यार खान जिले के मचाह पाइंट पर हुई, जब पुलिस के दो वाहन कीचड़ में फंस गए और डाकुओं ने उन पर रॉकेट से हमला कर दिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और कुछ को डाकुओं ने अगवा भी कर लिया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने आइजी डॉ. उस्मान अनवर को निर्देश दिया कि वे मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लें और अगवा किए गए पुलिसकर्मियों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करें।

कीचड़ में फंसे वाहनों पर हमला

लाहौर से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित रहीम यार खान जिले में पुलिस की दो गाड़ियां गश्त पर थीं। मचाह पाइंट के कच्चे रास्ते पर अचानक वाहन कीचड़ में फंस गए। जब पुलिसकर्मी वाहनों को निकालने की कोशिश कर रहे थे, तभी एक डकैत गिरोह वहां पहुंच गया। डाकुओं ने बिना किसी चेतावनी के रॉकेटों से हमला कर दिया, जिससे पुलिसकर्मी संभलने का मौका भी नहीं मिला।

हमले के परिणामस्वरूप मौके पर ही 11 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के बाद डाकुओं ने कुछ पुलिसकर्मियों को अगवा कर लिया और उन्हें अपने साथ ले गए। पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि घायलों की स्थिति काफी गंभीर है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

पंजाब में बढ़ता डाकुओं का आतंक

पंजाब के इस इलाके में डाकुओं का आतंक लगातार बढ़ रहा है। इस घटना ने एक बार फिर से पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डाकुओं के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं। हाल के दिनों में यह इलाका डाकुओं की गतिविधियों का केंद्र बन गया है, जहां वे अक्सर पुलिस और स्थानीय निवासियों को निशाना बनाते हैं।

डाकुओं के इस हमले के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में पंजाब सरकार को इन डाकुओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है। पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने इस घटना के बाद कहा कि इस हमले में शामिल डाकुओं को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करें और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें।

अगवा किए गए पुलिसकर्मियों की तलाश जारी

हमले के बाद अगवा किए गए पुलिसकर्मियों की तलाश के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया गया है। पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम मौके पर भेजी गई है, जो अगवा किए गए पुलिसकर्मियों को सुरक्षित वापस लाने के लिए काम कर रही है। पुलिस के अनुसार, डाकुओं के छिपने की जगहों का पता लगाने के लिए इलाके की सघन तलाशी ली जा रही है। इस बीच, स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे पुलिस को किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दें।

डाकुओं के खिलाफ ऑपरेशन की योजना

इस घटना के बाद पंजाब सरकार ने डाकुओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू करने की योजना बनाई है। सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में पुलिस के साथ-साथ सेना की भी मदद ली जा सकती है। पंजाब की मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक इस इलाके को डाकुओं से मुक्त नहीं करा लिया जाता।

पूर्व आइएसआइ प्रमुख जनरल फैज हमीद का करीबी देश छोड़कर भागा

इस बीच, पाकिस्तान में एक और बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तान के पूर्व आइएसआइ प्रमुख जनरल फैज हमीद का एक करीबी मोहसिन हबीब वारियाच देश छोड़कर भाग गया है। वारियाच, जिसे भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था और जिसके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई चल रही थी, गिरफ्तारी से बचने के लिए ब्रिटेन भाग गया है।

हमीद के लिए व्यापारिक सौदों का प्रबंधन करता था वारियाच

समा टीवी के अनुसार, मोहसिन हबीब वारियाच ने जनरल फैज हमीद के लिए पाकिस्तान और विदेशों में बड़े व्यापारिक सौदों का प्रबंधन किया था। हमीद को एक प्राइवेट हाउसिंग सोसाइटी से पैसे ऐंठने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने के आरोप में कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ रहा है। वारियाच के देश छोड़ने की खबरों ने पाकिस्तान की सेना और सरकार में हलचल मचा दी है।

मोहसिन वारियाच के खिलाफ जांच जारी

वारियाच के देश छोड़ने के बाद पाकिस्तान की सरकार और सेना ने जांच तेज कर दी है। उसके खिलाफ लगे आरोपों की जांच की जा रही है और उसे वापस लाने के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। इस मामले में पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि वारियाच के भागने की खबरों की पुष्टि की जा रही है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर सवाल

पाकिस्तान में हाल के दिनों में सुरक्षा की स्थिति काफी बिगड़ गई है। एक तरफ जहां डाकुओं का आतंक बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। सरकार और सेना के कई बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं, जिससे देश की सुरक्षा और प्रशासनिक स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं।

पंजाब में हुए इस हमले ने एक बार फिर से देश की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार पर दबाव बढ़ गया है कि वह डाकुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और देश की सुरक्षा स्थिति को सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठाए।

पंजाब प्रांत में डाकुओं द्वारा किए गए इस हमले

पंजाब प्रांत में डाकुओं द्वारा किए गए इस हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। 11 पुलिसकर्मियों की मौत और कई के घायल होने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि डाकुओं का आतंक इस क्षेत्र में किस हद तक बढ़ चुका है। इस घटना के बाद सरकार और पुलिस को मिलकर इस चुनौती का सामना करना होगा और डाकुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी। वहीं, पूर्व आइएसआइ प्रमुख के करीबी के भागने की खबर ने देश में भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों को उजागर कर दिया है, जिससे सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।

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