रोहड़ू समाचार: जुब्बल में पब्बर नदी में गिरी कार, पति-पत्नी की मौत, एक साल की बच्ची लापता
जुब्बल, हिमाचल प्रदेश: जुब्बल उपमंडल के अंतर्गत गुरुवार को एक बेहद दुखद और दर्दनाक घटना घटित हुई। भालू क्यार के पास झाल्टा गांव की ओर जा रही एक कार (एचपी 10ए-9397) दुर्घटनाग्रस्त होकर पब्बर नदी में गिर गई। इस हादसे में कार में सवार पति-पत्नी की मौत हो गई, जबकि उनकी एक साल की बेटी लापता हो गई है। हादसे के बाद से ही स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन बच्ची की तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
घटना का विवरण
यह हादसा जुब्बल उपमंडल के भालू क्यार क्षेत्र में घटित हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, कार सवार परिवार गांव झाल्टा जा रहा था जब अचानक उनकी कार पब्बर नदी में गिर गई। हादसे में सुशील कुमार (34) पुत्र सहजू राम और उनकी पत्नी ममता (26) की मौके पर ही मौत हो गई। कार में सवार उनकी एक साल की बच्ची का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
बचाव कार्य और स्थानीय लोगों की भागीदारी
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और प्रशासन मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कर दिया। पति-पत्नी को कार से निकालने के लिए स्थानीय लोगों ने भारी जद्दोजहद की। कार पब्बर नदी के पानी में लगभग पूरी तरह डूबी हुई थी, जिससे बचाव कार्य और भी मुश्किल हो गया था। स्थानीय लोगों और प्रशासन के संयुक्त प्रयासों के बावजूद, बच्ची को ढूंढने में अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है।
हादसे के कारणों पर सवाल
इस हादसे के पीछे क्या कारण रहा, इस बारे में फिलहाल कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। ग्राम पंचायत झाल्टा के प्रधान महावीर जगटा ने कहा कि हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि सड़क की स्थिति और संभावित वाहन की तकनीकी खराबी के पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की पुष्टि डीएसपी रोहड़ू, रविंदर नेगी ने की है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और हादसे के सही कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त रूप से बच्ची की तलाश जारी रखी है। इसके अलावा, हादसे की जानकारी मिलने के बाद इलाके के विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी घटना स्थल का दौरा किया और मृतकों के परिवार को संवेदनाएं व्यक्त कीं।
स्थानीय लोगों की चिंता
इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर पहले भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने सड़क की स्थिति सुधारने और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग की है।
हादसे के बाद का माहौल
हादसे के बाद झाल्टा गांव में शोक का माहौल है। सुशील कुमार और ममता के निधन से पूरा गांव गहरे सदमे में है। दोनों ही व्यक्ति अपने गांव और समाज में बेहद प्रिय थे। गांव वालों ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और मृतकों के परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति जाहिर की है।
भविष्य की दिशा
इस घटना ने न केवल मृतकों के परिवार, बल्कि पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह इस हादसे से सबक लेकर सड़कों की स्थिति को सुधारने और इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ठोस उपाय करेगा।
हादसे की विस्तृत जांच और बच्ची की तलाश अभी भी जारी है, और सभी की निगाहें इस दिशा में हैं कि आखिरकार इस हादसे के पीछे का कारण क्या था और बच्ची का क्या हुआ। इस दुखद घटना ने एक बार फिर से हमें याद दिलाया है कि जीवन कितना अनिश्चित हो सकता है और किस तरह की सतर्कता की आवश्यकता होती है।
क्षेत्र में शोक की लहर:
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। लोगों की दुआएं अब उस मासूम बच्ची के लिए हैं, जिसकी अभी तक कोई खबर नहीं है। प्रशासन और स्थानीय लोग पूरे प्रयास में लगे हुए हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस दुखद घटना का अंत हो और बच्ची को सुरक्षित पाया जा सके।
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