जिन्हें कभी पढ़ने-लिखने का मौक़ा नहीं मिला, जिन्हें अपने अधिकार तक नहीं मालूम…उनके लिए लिखा था.
‘मूल कर्त्तव्यों’ का गीत भी लिखूँगी.
@b_bhushansharan आप भी सुनिए.
जिन्हें कभी पढ़ने-लिखने का मौक़ा नहीं मिला, जिन्हें अपने अधिकार तक नहीं मालूम…उनके लिए लिखा था.
‘मूल कर्त्तव्यों’ का गीत भी लिखूँगी.
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