जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पद पर पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह के बेटे राजीव प्रताप सिंह उर्फ नंदन सिंह को लगातार दूसरी बार निर्विरोध चुना गया!

प्रतापगढ़ की राजनीति में एक बार फिर पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह का दबदबा कायम 


रहा है। उन्हें राजनीति के ‘चाणक्य’ के रूप में जाना जाता है और उन्होंने एक बार फिर जिला सहकारी बैंक पर अपना नियंत्रण बनाए रखा। उनके बेटे राजीव प्रताप सिंह उर्फ नंदन सिंह को लगातार दूसरी बार जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पद पर निर्विरोध चुना गया है।


नवनिर्वाचित चेयरमैन राजीव प्रताप सिंह नंदन ने सहकारी बैंक के विकास और हित में हर कदम उठाने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने अपने निर्विरोध चयन पर सहकारी बैंक के सभी सदस्यों और प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। उपाध्यक्ष के रूप में अशोक कुमार वर्मा को चुना गया है, जो सहकारी बैंक के संचालन में अहम भूमिका निभाएंगे।

प्रबंध कमेटी और प्रतिनिधियों का चयन


सहकारी बैंक की प्रबंध कमेटी के सभापति, उपसभापति, और अन्य समितियों में भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए अंतिम सूची का चयन भी किया गया है। इस सूची में प्रतापगढ़ की राजनीति के कई प्रमुख नाम शामिल हैं, जैसे कि:

राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह (पूर्व मंत्री)

अशोक कुमार वर्मा

सुशील कुमार रजक

सुमित्रा मौर्या

रंजिता त्रिपाठी

गीता सिंह

राजीव प्रताप सिंह

दिनेश सिंह

सुरेश बहादुर सिंह

राजेश कुमार

विजय प्रताप सिंह

रजवंत सिंह

विनोद पांडेय

राजनीतिक दबदबे का प्रदर्शन

यह निर्विरोध चुनाव एक बार फिर से यह साबित करता है कि प्रतापगढ़ की सहकारी राजनीति में राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह का दबदबा अभी भी कायम है। उनके पुत्र राजीव प्रताप सिंह का लगातार दूसरी बार निर्विरोध चेयरमैन चुना जाना उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ और रणनीतिक कौशल को दर्शाता है।

राजीव प्रताप सिंह के चेयरमैन बनने से सहकारी बैंक के सदस्यों को उम्मीद है कि बैंक की प्रगति और विकास के लिए नए कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, यह चुनाव प्रतापगढ़ की राजनीति में मोती सिंह परिवार की ताकत और प्रभाव को और मजबूत बनाता है।

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