जिला सिरमौर के शिलाई इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना से पूरे क्षेत्र को गहरा आघात पहुँचा है। जैसे ही 40 वर्षीय शीला देवी को अपनी मां के निधन की सूचना मिली, परिजनों द्वारा उन्हें तुरंत उनके मायके बुलाया गया, ताकि वह अपनी माँ के अंतिम दर्शन कर सकें। शीला देवी जब भारी मन और नम आँखों के साथ अपनी माँ के सामने पहुँचीं, तो भावनाओं का सैलाब उनके भीतर उमड़ पड़ा। अपने प्रियजन को आखिरी बार देख कर उन्होंने उनके अंतिम संस्कार की तैयारी में हाथ बंटाने का प्रयास किया, लेकिन जैसे ही उन्होंने अपनी माँ को कफन ओढ़ाने की कोशिश की, अचानक ही वह बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ीं।
परिजनों द्वारा शीला देवी को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों का मानना है कि माँ की मृत्यु का गहरा सदमा उनकी बेटी के लिए इतना असहनीय हो गया कि उनके दिल और दिमाग ने इसे सहने से इंकार कर दिया। माँ के बिना जीने का विचार ही शायद उनके लिए इतना भारी हो गया कि उनके शरीर ने उनका साथ छोड़ दिया।
इस दुखद घटना ने सिरमौर के शिलाई क्षेत्र में मातृत्व और बेटी के इस गहरे रिश्ते की अनकही पीड़ा को उजागर किया है। एक माँ और बेटी का यह आखिरी बंधन एक ऐसी मार्मिक कहानी बन गया है, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है। माँ का अंतिम संस्कार उसी दिन किया गया, और अब गाँववाले बेटी के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। इस घटना से पूरे शिलाई क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है, और लोग इस मर्मस्पर्शी घटना को सुनकर स्तब्ध हैं।
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