26 जनवरी को एक युवक ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट पर तोड़ने की कोशिश की। आरोपी ने संविधान भी तोड़ डाला था।
दलित समाज अमृतसर में गणतंत्र दिवस पर संविधान निर्माता डॉ. भीम राव आंबेदकर की मूर्ति तोड़ने के खिलाफ बहुत नाराज़ है। विरोध में आज सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक लुधियाना, जालंधर, मोगा, फगवाड़ा, नवांशहर और होशियारपुर में बंद की घोषणा की गई है। दलित संगठनों ने लुधियाना में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया है। लोगों को बहुत परेशानी हुई।
गणतंत्र दिवस पर अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने का प्रयास हुआ था। उपद्रवी ने प्रतिमा के सामने संविधान भी जलाया था। आरोपी को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
जालंधर में छाया सन्नाटा
रविदासिया-वाल्मीकि समुदाय ने गणतंत्र दिवस पर अमृतसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने के विरोध में जालंधर बंद का आह्वान किया था। जालंधर पूरी तरह से बंद है. शहर की दुकानें, बाजार, मार्केट और अन्य स्थानों पर कोई भी दुकान नहीं खुली है। इस बंद को 25 मार्च को जालंधर में खालिस्तान समर्थकों द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान भी घोषित किया गया है।
वाल्मीकि और रविदास समुदाय भी बंद का आह्वान कर रहे हैं। सुबह आठ बजे से बंद का प्रभाव देखा जा रहा है। हर चौराहे पर भारी पुलिस बल लगाया गया है। पांच बजे तक एक बंद शाम रहेगी। बंद का जिले के सभी सामाजिक संगठनों ने समर्थन किया है। चिकित्सा और विश्वविद्यालय की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के अलावा अन्य आकस्मिक सेवाएं जारी रहेंगी।
जालंधर में भगवान वाल्मीकि महाराज चौक (ज्योति चौक), डॉ. बीआर अंबेडकर चौक (नकोदर चौक) और श्री गुरु रविदास चौक पर सबसे बड़ा प्रदर्शन होगा। साथ ही आज सभी स्कूलों में छुट्टी है।
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के जॉइट कमिश्नर संदीप शर्मा ने कहा कि आज पूरे शहर में करीब 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। हर चौराहे पर भारी बल लगाया गया है। जिससे कोई विवादित स्थिति उत्पन्न नहीं होती। जालंधर बंद शांत है। 11 स्थानों पर प्रदर्शन होगा। विभिन्न स्थानों पर, ट्रैफिक को शहर और शहर से बाहर जाने में कोई समस्या नहीं होगी।
जालंधर भाजपा शहरी के प्रधान सुशील शर्मा ने बताया कि वे डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने के खिलाफ नकोदर चौक में 11 बजे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना था कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और गणतंत्र दिवस पर ऐसी बड़ी घटना का होना सरकार की नाकामी को दिखा रहा है।News source
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