'उड़ता पंजाब': लेखक द्वारा नशे पर प्रहार।


 'उड़ता पंजाब' 

क्राईम ड्रामा शैली पर आधारित "उड़ता पंजाब" एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर आधारित फिल्म है। जो पंजाब राज्य में बढ़ते ड्रग्स की समस्या पर केंद्रित है। 2016 में रिलीज हुई इस फिल्म को आज हिमाचल प्रदेश के हर हितधारक को स्वयं देखकर हमारी युवा पीढ़ी को ड्रग्स से कैसे मुक्त किया जाए, प्रेरित करना चाहिए। अन्यथा हमारी भोलीभाली युवा पीढ़ी जो उच्च चेतना से युक्त होनी चाहिए , उसकी शक्ति समाज को ऊपर उठाने के लिए तथा स्वयं के विकास के लिए लगनी चाहिए,

कहीं अंधकार में डूब कर अपने परिजनों को भी असहनीय दु:खों में धकेल कर रख देगा। आज हमारे नगरों और ग्रामों में युवा पीढ़ी लगातार भयानक चिट्टे की चपेट में आ रही है। पुलिस प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ अपना दायित्व निर्वहन कर रहा है। बिलासपुर में आज इसका जीवंत उदाहरण पढ़ने को मिला। सिराज विधानसभा क्षेत्र की युवा कांग्रेस ने भी चिट्टा सप्लायर्स 

पर शिकंजा कसने का संकल्प लिया है। जो बहुत ही सराहनीय कदम है। लेकिन इन सब के बावजूद यह व्याधि समूल नष्ट हो जाएगी,

आशंका है।

समाज का सुधी वर्ग सचेत होना चाहिए। युवापीढ़ी उच्च प्रशासनिक अधिकारियों, नेताओं, फिल्म स्टार्स डॉक्टर्स, इंजीनियर्स को अपना आदर्श मानती है। उन्हीं के पदचिन्हों पर चलकर उन जैसा बनना चाहती है। इसलिए श्रेष्ठ आचरण बड़ों से ही अपेक्षित है। जो बुराई हम अपने बच्चों में नहीं देखना चाहते। हम तभी प्रभावी सिद्ध होंगे जब जिन बुराइयों का हम खात्मा चाहते हैं,

किंचित भी हमारे आचरण का हिस्सा न बनें। 

हमारी युवा पीढ़ी संभले, अकाल मृत्यु न हो। सभी भरपूर जीवन जिएं। हर घर खुशहाल हो। यह सब नशा मुक्ति से संभव है। इसलिए इतना सा आग्रह है। अपना दायित्व समझकर कर  लिख रहा हूं ।क्योंकि मैं स्वयं किसी प्रकार के नशे का आदी नहीं हूं। तभी लिखने का साहस कर रहा हूं। 

लोक योगक्षेम ही परमेष्टि अर्चना; 

केवल उपदेश नहीं कर्म रूप साधना। 

मन वाचा कर्म से सदैव एक रूप हों,

शिव सुंदर नव समाज विश्व वंद्य हम गढ़ें।

सेवा है यज्ञ कुंड समिधा सम हम जलें।।

इस लेख का संदर्भ "उड़ता पंजाब" फिल्म का सारांश है। किसी व्यक्ति विशेष या हितधारक पर किसी प्रकार का आक्षेप नहीं है। इसलिए इसे कृपा करके युवा पीढ़ी के हित में समझें; व्यक्तिगत न लें।

श्यामा नन्द 

लेखक पेशे से अध्यापक हैं। वर्तमान में वे पी०एम० श्री राजकीय (मॉडल/बॉयज़)वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय आनी में प्रवक्ता (अंग्रेजी) के पद पर कार्यरत हैं।

Disclaimer:

इस आलेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। समाचार सम्पादक और चैनल का इन विचारों से सहमति आवश्यक नहीं है।


Post a Comment

0 Comments

Close Menu