सरकारी योजनाओं में वित्तीय अनियमितताओं और प्रबंधन की कमी का एक गंभीर मुद्दा उजागर हुआ है। बंजार के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) कार्यालय के सभागार में स्थापित फर्नीचर को ठेकेदार ने छह महीने बाद वापस ले लिया है, जिसका मुख्य कारण फर्नीचर के लिए भुगतान न होना बताया गया है।
जानकारी के अनुसार, बंजार में 2022-23 में 3 करोड़ रुपए की लागत से बीडीओ कार्यालय का नया भवन तैयार किया गया था, जिसमें ऊपरी मंजिल पर सभागार का निर्माण किया गया। कार्यालय ने लगभग 7 लाख रुपए की लागत से फर्नीचर का ऑर्डर दिया था, जिसे ठेकेदार ने समय पर पूरा किया। लेकिन, भुगतान में लगातार देरी के कारण ठेकेदार ने फर्नीचर वापस लेने का निर्णय लिया।
फर्नीचर हटाए जाने के बाद अब सभागार में पुरानी प्लास्टिक की कुर्सियों का उपयोग किया जा रहा है। यह स्थिति प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि इससे सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
खंड विकास अधिकारी ने जिला प्रशासन को स्थानीय क्षेत्र विकास प्राधिकरण (लाडा) से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक असामान्य घटना है, जब किसी सरकारी कार्यालय से फर्नीचर वापस किया गया है। यह सरकार की छवि के लिए नकारात्मक प्रभाव डालने वाला मामला है।
खंड विकास अधिकारी मान सिंह बग्गा ने स्पष्ट किया कि फर्नीचर का ऑर्डर उनके कार्यभार संभालने से पहले दिया गया था, लेकिन बजट की कमी के कारण भुगतान नहीं हो सका। अब लाडा से धनराशि प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
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