डोनर न मिलने पर एक व्यक्ति को सूअर की किडनी लगाई गई, जिसके बाद एक अद्भुत घटना घटित हुई।

 न्यू हैम्पशायर के चिकित्सकों ने एक अद्भुत कार्य किया है, जिसकी सफलता इस समय लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। वास्तव में, एक मरीज को किडनी दाता की आवश्यकता थी, और जब उन्हें कोई दाता नहीं मिला, तो चिकित्सकों ने सूअर की किडनी को मरीज के शरीर में प्रत्यारोपित कर दिया।

वर्तमान समय में चिकित्सा विज्ञान ने इतनी प्रगति कर ली है कि चिकित्सक अब चमत्कारिक कार्य कर रहे हैं। इससे संबंधित किस्से अक्सर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में न्यू हैम्पशायर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां चिकित्सकों ने एक जानवर की किडनी को मानव शरीर में सफलतापूर्वक स्थापित किया है, और यह अब सही तरीके से कार्य कर रही है। चिकित्सकों के इस प्रयास ने पूरी दुनिया को चकित कर दिया है, क्योंकि मरीज की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चिकित्सकों ने 25 जनवरी को 66 वर्षीय टिम एंड्रूज का ऑपरेशन किया, जो पिछले दो वर्षों से किडनी की समस्याओं से ग्रस्त थे। उन्हें एक दाता की आवश्यकता थी, लेकिन कोई भी उपलब्ध नहीं हो रहा था। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें लगातार हृदय संबंधी समस्याओं और डायलिसिस की जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा था, जिससे उनके जीवित रहने की संभावनाएँ प्रतिदिन कम होती जा रही थीं।


डॉक्टरों ने टिम से सूअर की किडनी के बारे में चर्चा की। जीवित रहने की इच्छा के चलते, टिम ने डॉक्टरों को खुशी-खुशी इसकी स्वीकृति दे दी। इसके बाद, डॉक्टरों ने अपनी प्रक्रिया शुरू की और टिम के शरीर में सूअर की किडनी को प्रत्यारोपित कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, एक चमत्कार हुआ और किडनी ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया। ट्रांसप्लांट के बाद किसी भी प्रकार की विफलता के संकेत नहीं मिले।

डायबिटीज से ग्रसित टिम को इस सर्जरी से काफी राहत मिली है। सर्जरी के पश्चात, चिकित्सकों का मानना है कि इसकी सफलता के बारे में अभी कोई पूर्वानुमान लगाना उचित नहीं होगा। इस मामले का अध्ययन करने के बाद वैज्ञानिकों का कहना है कि इस सर्जरी के माध्यम से जानवरों के जीन में बदलाव करके मानवता की सहायता की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी इस प्रकार की कई सर्जरियाँ की गई हैं, लेकिन उनकी सफलता टिम की तुलना में उतनी प्रभावशाली नहीं रही है।

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