श्री चिंतपूर्णी विशेष क्षेत्र की विकास योजना से संबंधित प्राप्त आपत्तियों और सुझावों की सुनवाई के उद्देश्य से शुक्रवार को चिंतपूर्णी माई दास भवन में श्री चिंतपूर्णी विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में श्री चिंतपूर्णी विशेष क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए वर्ष 2041 तक के लिए तैयार प्रारूप विकास योजना से संबंधित 48 सुझावों और आपत्तियों पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर सभी आपत्तिकर्ता और सुझावकर्ता उपस्थित रहे और उन्होंने अपनी आपत्तियों को विस्तार से प्रस्तुत किया। मुख्य रूप से, आपत्तिकर्ताओं ने यह मुद्दा उठाया कि श्री चिंतपूर्णी क्षेत्र के निवासियों के पास छोटे-छोटे भूमि के टुकड़े हैं। वर्तमान भवन निर्माण नियमों के तहत जिन क्षेत्रों में निर्माण करना चुनौतीपूर्ण है, वहां स्थानीय निवासियों की आवश्यकताओं और भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नियमों में विशेष संशोधन की मांग उपायुक्त के समक्ष रखी गई।
उपायुक्त ने सभी आपत्तियों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि भवन निर्माण से संबंधित नियमों में आवश्यक परिवर्तन के लिए प्राप्त सुझावों और आपत्तियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए श्री चिंतपूर्णी क्षेत्र के सुनियोजित विकास हेतु एक नया प्रस्ताव सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा। उपायुक्त ने यह भी कहा कि श्री चिंतपूर्णी क्षेत्र के समग्र विकास के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता है, और विकास योजना में सुधार के उपायों को अपनाते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सदस्य सचिव विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण चिन्तपूर्णी और सहायक नगर योजनाकार ऊना को भवन निर्माण से संबंधित विशेष दिशा-निर्देश तैयार करने का आदेश दिया।
इस अवसर पर एसडीएम अंब सचिन शर्मा, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं नगर योजनाकार पंकज शर्मा, मंदिर अधिकारी अजय सिंह सहित कई अधिकारी, आपत्तिकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
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