ट्रंप ने भारत के प्रति एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसमें 'अवैध प्रवासियों' से भरी पहली उड़ान भारत के लिए प्रस्थान कर रही है। यह उड़ान C-17 सैन्य विमान के माध्यम से भारतीय नागरिकों को भेजी जा रही है।

डोनाल्ड ट्रंप के निर्देशों के अनुसार, अमेरिका ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक व्यापक अभियान के तहत सामूहिक निर्वासन की प्रक्रिया आरंभ की। सोमवार को अमेरिकी सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत के लिए उड़ान भरी।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर अमेरिका ने अवैध आप्रवासियों के खिलाफ एक व्यापक निर्वासन अभियान आरंभ किया है। इस क्रम में सोमवार (3 फरवरी) को एक अमेरिकी सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत के लिए उड़ान भर चुका है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह विमान 24 घंटे के भीतर भारत पहुंच जाएगा।


राष्ट्रपति ट्रंप की वॉइट हाउस में वापसी के बाद यह भारत के लिए पहला निर्वासन है। ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अमेरिका में भारतीय अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा की थी। भारत ने अवैध प्रवासियों को वापस लेने पर सहमति जताई है और लगभग 18,000 अवैध आप्रवासियों की वापसी की योजना बनाई है। ट्रंप प्रशासन ने इस अभियान में अमेरिकी सेना की सहायता भी मांगी है।


अमेरिकी प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में अमेरिकी सेना की सहायता मांगी है। इस संदर्भ में, अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई है और सैन्य अड्डों का उपयोग प्रवासियों को रखने के लिए किया जा रहा है। 


सैन्य विमानों का उपयोग अवैध प्रवासियों को उनके देशों में वापस भेजने के लिए किया जा रहा है, जिसमें ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास शामिल हैं। रिपोर्टों के अनुसार, भारत सबसे दूर का स्थान है जहां निर्वासन की उड़ानें भेजी जाएंगी। हाल ही में, डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ फोन पर अवैध आप्रवासन पर चर्चा की, जिसमें ट्रंप ने भारत के सही कदम उठाने की बात की।

Post a Comment

0 Comments

Close Menu