39वां अखिल भारतीय लोक कला वार्षिक महोत्सव पंजाब पंजाबी पंजाबियत को किया:समर्पित करम पाल सिंह ढिल्लों।

अखण्ड भारत दर्पण (ABD) न्यूज पंजाब/जालंधर :
* पंजाबी विरासत और पंजाबी संस्कृति हमारा गौरव और सम्मान है - संत बाबा निर्मल दास बाबा जौड़े।

* युवा सेवाएं विभाग के सहायक निदेशक रवि दारा और दलविंदर दयालपुरी ने स्टेज सचिव की भूमिका निभाई।

* महोत्सव के दौरान सर्वगुण संपन्न कलाकार गुरप्रीत घुग्गी को 39वें लोक कला पुरस्कार 2025 से सम्मानित करते संत बाबा निर्मल दास जी अध्यक्ष कर्म पाल सिंह ढिल्लों, बहन संतोष कुमारी, पूर्व एस.एस. एस पी। राजिन्दर सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति थे उपस्थित।
सर्व भारतीय लोक कला संस्थान रजि. पिछले 39 वर्षों से लगातार करतारपुर द्वारा आयोजित किया जा रहा दो दिवसीय सर्व भारतीय लोक कला महोत्सव पंजाबी पंजाबियत और पंजाबी विरासत एवं संस्कृति को समर्पित किया गया। गांव रायपुर-रसूलपुर में संत बाबा प्रीतम दास चैरिटेबल अस्पताल हेरिटेज हॉल के नज़दीक दो दिवसीय 39वां अखिल भारतीय लोक कला महोत्सव संत बाबा निर्मल दास जी, अध्यक्ष गुरु रविदास साधु संप्रदाय सोसायटी रजि. पंजाब, अध्यक्ष भारतीय सांस्कृतिक संघ कर्मपाल सिंह ढिल्लों, महासचिव बहन संतोष कुमारी, अध्यक्ष नारी शक्ति फाउंडेशन भारत, उपाध्यक्ष प्रिथीपाल सिंह, संरक्षक कुलविंदर सिंह व अन्य प्रशासकों के आशीर्वाद से आयोजित किया गया।
इस दो दिवसीय मेले में पंजाब व अन्य राज्यों के कॉलेजों व विश्वविद्यालयों से बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस उत्सव के दौरान विद्यार्थियों ने लोकगीत, ढाडी वार, सुहाग, सिठनिया, नाटक, फैंसी ड्रेस नृत्य आदि प्रस्तुत किए। उन्होंने पोशाक, पंजाबी लोक नृत्य गिद्दा, भांगड़ा और लुडी प्रतियोगिताओं के दौरान शानदार प्रदर्शन किया।जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को विद्यालय के प्रबंधकों व विशेष रूप से संत बाबा निर्मल दास जी, कर्मपाल सिंह ढिल्लों, पृथीपाल सिंह व बहन संतोष कुमारी द्वारा प्रशंसा चिन्ह, नकद पुरस्कार व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।
महोत्सव के दौरान पंजाब के प्रसिद्ध गायक दलविंदर दयालपुरी, कुलविंदर किंदा, गुरमीत मीत आदि ने अपने सांस्कृतिक गीतों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर हास्य कलाकार दीपक राजा और डिप्टी राजा ने कॉमेडी के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन किया। इस अवसर पर विशेष रूप से पहुंचे प्रवासी भारतीयों में बलदेव सिंह फुल, दविंदर सिंह खानदानी यूके, एम. एल ए बलकार सिंह और उनकी पत्नी हरप्रीत कौर, कनाडा से अरुणदीप ढिल्लों, डॉ. हरभजन सिंह सिद्धू, चेतन जोशी, रवि दारा सहायक निदेशक युवा सेवाएं, हमसफर यूथ क्लब के अध्यक्ष रोहित भाटिया गोल्ड मेडलिस्ट स्टेट अवार्डी, सुखा सरपंच, गुरजीत गौरी, गुरदीप सिंह मिंटू, जस्सी भुल्लर, हरीश दूरदर्शन, अरविंद ढांडा, संजीव भनोट, बलबीर सोंधी, रजनीश सूद,हरविंदर सिंह रिंकू, राज कुमार अरोड़ा, गुरदीप सिंह बाहिया, पार्षद अमरजीत कौर, परिषद की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनजिंदर कौर, राजिंदर कश्यप फिल्म डायरेक्टर, मास्टर अमरीक सिंह, जगजीवन राम, मनजीत सिंह डी.एस. पी। ट्रैफिक, हरविंदर सिंह रिंकू, बलविंदर विक्की, कवलीन कौर भिंडर, अनुदीप कौर, अमरजीत कौर, ढिल्लों, एडवोकेट हरशरण, भाई चरणजीत सिंह, एडवोके हरशरणजीत सिंह, मदन लाल बिट्टू, कुलदीप कलेर, विजय नांगल, हर्ष कुमार, अंबेडकर सेवा दल के अध्यक्ष करनैल संतोखपुरी, विभिन्न कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर व विद्यार्थी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस बार 39वां अखिल भारतीय लोक कला पुरस्कार 2025 गुरप्रीत घुग्गी को दिया गया: मेले के दूसरे दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं के बाद बॉलीवुड और पॉलीवुड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार गुरप्रीत घुग्गी ने अपने हास्य कौशल से लोगों का मनोरंजन किया और सर्व भारतीय लोक कला संस्थान के सभी पदाधिकारियों का विशेष रूप से धन्यवाद किया और कर्मपाल सिंह ढिल्लों और अखिल भारतीय लोक कला संस्थान के साथ अपनी पुरानी अनमोल यादें भी साझा कीं।

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