हिमाचल प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय तथा गैर शिक्षक कर्मचारी वर्ग के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय द्वारा वेतन जारी न करने को लेकर विश्वविद्यालय कुलपति कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इतिहास मे पहली बार शिक्षक वर्ग एवं ग़ैर शिक्षक वर्ग एक मंच पर इकट्ठा हुआ । धरने को संबोधित करते हुए हपुटवा के अध्यक्ष नितिन व्यास ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि चार तारीख तक कर्मचारियों का वेतन नहीं आया है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है। नितिन व्यास ने कहा कि यह कैसा व्यवस्था परिवर्तन न वेतन, न प्रमोशन । उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि सरकार हर महीने विश्वविद्यालय का बजट जारी कर रही है जो पहले छः महीने का इकट्ठा ही आ जाता था और विश्विद्यालय इससे अपने खर्चे चलता था पर इस व्यवस्था परिवर्तन के बाद विश्विद्यालय के वित्त अधिकारी को कटोरा ले कर हर महीने प्राध्यापक वर्ग और कर्मचारियों का वेतन देने के लिए मांगने जाना पड़ता है फिर वो सरकार पर निर्भर करता है की वो हमारा अधिकार यानी बजट की किश्त हमें देंगे की नहीं देंगे । यह सरकार की तानाशाही है जो की कर्मचारियों के अधिकारों के विरुद्ध है । इस धरने को संबोधित करते हुए गैर शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने विश्वविद्यालय प्रशासन की निंदा की और कहा कि हम सब एक परिवार के हैं और विश्विद्यालय की गरिमा को ठेस पहुँची है कि कर्मचारियों को वेतन के लिए सड़कों पर आना पद रहा है सभा को संबोधित करते हुए प्रेम राज ने विश्विद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया और कहा कि बड़े बड़े प्रशासनिक अधिकारी सवेंदनशीलता को खो चुके है। डॉ जोगेन्द्र सकलानी ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हम आंदोलनरत रहेंगे । इस धरने को ईसी कोर्ट मेम्बर सुरेश और कर्मचारी नेता नरेश , पेंशनर अध्यक्ष पीसी चंदेल और हपुटवा के महासचिव डॉ अंकुश भारद्वाज एवं डॉ अशोक बंसल ने भी सम्बोधित किया । नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर कल तक वेतन जारी नहीं किया गया तो सभी प्राध्यापक वह कर्मचारी वर्ग कल से अनिश्चित काल तक हड़ताल पर समस्त विश्विद्यालय सड़कों पर आ जाएगा ।
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